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पटना : प्रधानमंत्री ने वीडियो संदेश के माध्यम से की ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2025’ के शुभारंभ की घोषणा, मुख्यमंत्री ने मशाल प्रज्वलित कर किया उद्घाटन

पटना (निशांत झा): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो संदेश के माध्यम से खेलो इंडिया यूथ गेम्स के शुभारंभ की घोषणा की। साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कंकड़बाग स्थित पाटलिपुत्र खेल परिसर में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 का मशाल प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने वीडियो संदेश के माध्यम से बिहार के खेल विकास एवं युवाओं के जोश की सराहना की। आयोजन समिति द्वारा रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गयी। बिहार की प्रसिद्ध लोकगायिका सुश्री मैथिली ठाकुर ने अपनी गायन की प्रस्तुति और प्रसिद्ध अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने बिहार के गौरवशाली अतीत का वर्णन संगीत के जुगलबंदी के माध्यम से प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोहा।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि इस वर्ष खेलो इंडिया युथ गेम्स का आयोजन बिहार में किया जा रहा है और इसके शुभारम्भ की घोषणा आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा वीडियो संदेश के माध्यम से किया जा रहा है। इसके लिए आदरणीय प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करता हूं। इस कार्यक्रम में पधारे केन्द्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया जी का भी अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं। इन खेलों में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से आये खिलाडियों का भी स्वागत करता हूँ और उनका अभिनंदन करता हूँ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सब जानते हैं कि केन्द्र सरकार द्वारा वर्ष 2018 से खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन किया जा रहा है। केन्द्र सरकार द्वारा इस वर्ष खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के आयोजन की जिम्मेदारी बिहार को दी गयी है, यह हम सभी बिहारवासियों के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि बिहार में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन 5 जिलों क्रमशः पटना, गया, नालन्दा (राजगीर), भागलपुर एवं बेगूसराय में किया जा रहा है। हाल ही में मैंने पटना, गया एवं राजगीर में खेलों की तैयारियों का जायजा लिया। राज्य सरकार द्वारा पहले से ही खेल सुविधाओं का विकास किया जा रहा है और अब केन्द्र सरकार का भी इसमें सहयोग मिल रहा है, जिससे यह काम और तेजी से हो रहा है। उन्होंने कहा कि पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कम्पलेक्स का निर्माण कराया गया है, जहाँ आज यह कार्यक्रम हो रहा है। सभी स्कूलों एवं अन्य जगहों पर खेल मैदान का निर्माण कराया जा रहा है। उत्कृष्ट खिलाडियों को मेडल जीतने पर सीधे नौकरी दी जा रही है, इसके तहत अब तक 367 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दे दी गयी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर में खेल अकादमी एवं खेल विश्वविद्यालय का निर्माण कराया गया है। खेलों को और बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2024 में नया खेल विभाग बनाया गया है। बिहार के विकास में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। उनके नेतृत्व में लगातार तीसरी बार केन्द्र सरकार के गठन के बाद जुलाई, 2024 में पेश किये गये बजट में बिहार के लिए विशेष आर्थिक मदद के रूप में सड़क,उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन तथा बाढ़ नियंत्रण आदि के लिए बड़ी राशि देने की घोषणा की गयी है। इस वर्ष फरवरी, 2025 के केन्द्रीय बजट में भी बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना, ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की स्थापना, पश्चिमी कोसी नहर के लिए वित्तीय सहायता, राष्ट्रीय स्तर के खाद्य प्रसंस्करण संस्थान की स्थापना एवं पटना आई०आई०टी० के विस्तार की घोषणा की गयी है। साथ ही इस वर्ष खेलो इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन का जिम्मा बिहार को दिया गया है। इन सभी के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का आभार व्यक्त करता हूं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के वीडियो संदेश के माध्यम से शुभारम्भ की घोषणा के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को पुनः धन्यवाद देता हूँ। इसके साथ ही केन्द्रीय खेल मंत्री एवं इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों का भी मैं आभार व्यक्त करता हूँ। इस कार्यक्रम के आयोजन हेतु केन्द्र एवं राज्य सरकार के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को धन्यवाद देता हूँ। मैं देश के विभिन्न राज्यों से आये सभी खिलाड़ियों को शुभकामनायें देता हूँ।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की शुरूआत के पूर्व पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स मैदान में घूमकर सभी अतिथियों एवं खिलाड़ियों का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया। कार्यक्रम में खेल मंत्री सुरेन्द्र मेहता ने मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न भेंटकर स्वागत किया।

कार्यक्रम को केन्द्रीय युवा मामले और खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ० मनसुख मांडविया, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा एवं खेल मंत्री सुरेन्द्र मेहता ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर केन्द्रीय युवा मामले और खेल राज्य मंत्री श्रीमती रक्षा निखिल खडसे, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, सहकारिता मंत्री डॉ० प्रेम कुमार, नगर विकास एवं आवास मंत्री जीवेश कुमार, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री हरि सहनी, सांसद रविशंकर प्रसाद सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, सामान्य प्रशासन तथा खेल विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ० बी० राजेन्दर, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण, पटना प्रमण्डल के आयुक्त मयंक बरबड़े, जिलाधिकारी डॉ० चन्द्रशेखर सिंह, खेल विभाग के निदेशक महेन्द्र कुमार, वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, देश के कोने-कोने से आये खिलाड़ीगण एवं प्रशिक्षक उपस्थित थे।

 

 

विश्व कप में भारत की जीत की जश्न के बाद खेलो इंडिया यूथ गेम्स में मिली सेपक टकरॉ को जगह

सेपक टकरॉ को स्थानीय दर्शकों से मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया ने इसे पहली बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स (केआईवाईजी) में मेडल स्पोर्ट्स के रूप में शामिल करने के फैसले पूरी तरह उचित ठहराया है।

हाल ही में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेपक टकरॉ महासंघ (ISTAF) विश्व कप में भारतीय पुरुष रेगु टीम द्वारा ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने और 2018 जकार्ता एशियाई खेलों तथा 2022 हांगझोउ एशियाई खेलों में पदक जीतने के बाद से इस खेल को एक नए दृष्टिकोण से देखा जाने लगा है।

पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और केआईवाईजी बिहार 2025 के प्रतियोगिता प्रबंधक डॉ. करुणेश कुमार ने इसे भारत में इस खेल के लिए एक मील का पत्थर बताया कि इसका दीर्घकालिक प्रभाव होगा। उन्होंने बिहार राज्य खेल संघ (BSSA) और राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की।

उन्होंने कहा, “सेपक टकरॉ को मेडल स्पोर्ट्स के रूप में शामिल करना एक ऐतिहासिक क्षण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खेलों को बढ़ावा देने की दृष्टि ने खेलो इंडिया गेम्स को एक अलग पहचान दी है। इस ब्रांड के साथ जुड़ाव इस खेल को जमीनी स्तर पर और लोकप्रिय बनाएगा।”

उन्होंने आगे कहा, “हम पहले ही राष्ट्रीय खेलों और खेलों इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं, और अब यह कदम खेल की लोकप्रियता को और बढ़ाएगा।”

यह खेल पारंपरिक रूप से पूर्वोत्तर राज्यों से जुड़ा रहा है, लेकिन कोविड महामारी के बाद बिहार में इसे 14 प्राथमिकता वाले खेलों में शामिल किया गया और तब से यह राज्य इस खेल में एक शक्ति केंद्र के रूप में उभरकर सामने आया है। कई जिलों में खिलाड़ियों की भागीदारी में तेजी आई है।

राज्य सरकार के प्रयासों को रेखांकित करते हुए डॉ. करुणेश कुमार ने कहा कि बड़े टूर्नामेंटों में भागीदारी से पहले कम से कम 15 दिनों के अनिवार्य प्रशिक्षण शिविर आयोजित करना एक प्रभावशाली कदम रहा है। बिहार की टीमें 30 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर पूरी कर चुकी हैं और राज्य को उम्मीद है कि वह चारों आयोजनों में पदक जीतकर दिखाएगा।

हालांकि भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के प्रशिक्षण केंद्रों जैसी केंद्र सरकार की पहलें पहले ही इस खेल को बढ़ावा देने में बड़ी भूमिका निभा रही हैं, लेकिन इसे खेलो इंडिया कार्यक्रम में शामिल करने से यह देश के सबसे दूरदराज़ हिस्सों तक भी पहुंचेगा।

कबड्डी के मैट पर बिहार के लड़कों ने दिखाया दम

एकतरफा मुकाबले में गोवा को 88-14 से रौंदा

बालिका वर्ग में हरियाणा ने एक संघर्षपूर्ण मुकाबले में पंजाब को 33-32 से हराया

वॉलीबाल में जम्मू-कश्मीर ने उत्तराखंड को दी मात

खेल के मैदान में आज पूरा देश बिहार के रंग में सराबोर दिख रहा है। हो भी क्यों न! खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी के साथ बिहार को खेल के मैदान में अपने खेल कौशल का परचम लहराने का अवसर जो प्राप्त हुआ है। राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित कबड्डी के बालक वर्ग में सोमवार को बिहार ने गोवा को एकतरफा मैच में 88 के मुकाबले 14 अंकों से रौंद दिया। जबकि बालिका वर्ग में उत्तर प्रदेश ने एक कांटे के मुकाबले में तमिलनाडु को 28-26 से पराजित कर किया।

इसी तरह, हरियाणा के लड़कों की टीम ने कर्नाटक को 57-30 से हराकर गोल्ड बचाने की अपनी मुहिम की मजबूत शुरुआत की है। हालांकि, डिफेंडिंग चैंपियन हरियाणा की लड़कियों की टीम को पंजाब के खिलाफ 33-32 से जीतने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। पंजाब ने आखिरी पलों तक मुकाबले को रोमांचक बनाए रखा। उधर, कबड्डी के बालक और बालिका वर्ग दोनों ही मुकाबलों में छत्तीसगढ़ को हार का सामना करना पड़ा। बालिका वर्ग में राजस्थान ने छत्तीसगढ़ को 43-33 अंकों से पराजित किया। राजस्थान की बालिका टीम मुकाबले के पहले हाफ में छत्तीसगढ़ पर 22-18 से बढ़त बना चुकी थी। इस मुकाबले के दूसरे हाफ में राजस्थान की लड़कियों ने छत्तीसगढ़ को दो बार आल आउट करने में सफलता हासिल की। इसी तरह, बालक वर्ग में आंध्रप्रदेश ने भी छत्तीसगढ़ को एक संघर्षपूर्ण मुकाबले में 43-37 अंकों से शिकस्त दे दी। जबकि मुकाबले के पहले हाफ में छत्तीसगढ़ की टीम आंध्र प्रदेश पर 15-18 से बढ़त बनाई हुई थी। लेकिन आंध्रप्रदेश के खिलाड़ियों ने दूसरे हाफ में शानदार वापसी करते हुए छत्तीसगढ़ को दो बार आल आउट कर दिया और इस मुकाबले को 43-37 अंकों के साथ अपने नाम कर लिया।
वॉलीबाल में जम्मू-कश्मीर ने उत्तराखंड को दी मात

इधर, पटना के पाटलीपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में वॉलीबाल के मुकाबलों में जम्मू-कश्मीर ने बॉयज ग्रुप-ए में उत्तराखंड को 3-2 (18-25, 25-20, 16-25, 27-25, 15-9) से हराया। गर्ल्स ग्रुप-बी में गुजरात ने केरल को 3-0 (25-12, 18-25, 25-18, 25-19) से हराया। अन्य गर्ल्स मैचों में, वेस्ट बंगाल ने बिहार को 3-0 (25-9, 25-7, 25-9) और तमिलनाडु ने झारखंड को 3-0 (25-13, 25-11, 25-7) से हराया।
बता दें कि यह देश में खेलों के इतिहास में पहला अवसर है जब खेलो इंडिया यूथ गेम्स जैसे प्रतिष्ठित खेल महाकुंभ का आयोजन बिहार की राजधानी पटना सहित राज्य के कुल पांच शहरों में किया जा है। पटना के अलावा गया, राजगीर, भागलपुर और बेगूसराय में भी खेलो इंडिया यूथ गेम्स में कई खेल आयोजित किए जा रहे हैं। खेलो इंडिया यूथ गेम्स, खेलो इंडिया कार्यक्रम का हिस्सा हैं, जिसकी शुरुआत 14 अक्टूबर, 2017 को हुई थी। इसका उद्देश्य खेलों में जनभागीदारी और उत्कृष्टता को बढ़ावा देना है। इस कार्यक्रम के तहत कई एथलीट्स ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है, जिसमें ओलंपिक और एशियन गेम्स भी शामिल हैं। बिहार पहली बार इन खेलों की मेजबानी कर रहा है, जो 4 से 15 मई तक राज्य के पांच शहरों और दिल्ली में आयोजित हो रहे हैं। इस बार कुल 27 खेलों के मुकाबले होंगे और इसमें पहली बार ई-स्पोर्ट्स को डेमो इवेंट के रूप में शामिल किया गया है।

 

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