डेस्क : उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर जिले से एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आई है. यहां एक महिला ने दो शिक्षकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उसने कहा कि वे महिला शिक्षिकाओं को जबरन देह व्यापार के दलदल में धकेलते हैं. यह मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) को पूरे मामले की जांच सौंपी है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रायबरेली जिले की रहने वाली सुधा यादव नाम की महिला ने सीएम योगी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भेजकर शिकायत की है. उसने दावा किया कि बघौली ब्लॉक के एक प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक और एक सहायक अध्यापक मिलकर एक रैकेट चला रहे हैं.
पीड़िता का कहना है कि इस रैकेट में खासकर पिछड़ी जाति की महिला शिक्षिकाओं को निशाना बनाया जाता है. आरोप है कि उन्हें राजनीतिक और प्रशासनिक संबंधों का डर दिखाकर मजबूर किया जाता है और विरोध करने पर मानसिक उत्पीड़न किया जाता है. शिकायत में यह भी कहा गया है कि इस रैकेट में कुछ बीएसए कार्यालय के कर्मचारी भी शामिल हैं. इतना ही नहीं, जो महिला शिक्षिकाएं पहले स्थानांतरित हो चुकी हैं, उन्हें भी फोन करके धमकाया जाता है और फिर से बुलाया जाता है.
आरोपों में यह भी शामिल है कि आरोपी शिक्षक प्रदेश सरकार के एक मंत्री का नाम लेकर रौब जमाते हैं और पुलिस विभाग में अपने संबंधों का हवाला देते हैं.
बीएसए ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है. उन्होंने बताया कि आरोपों की गंभीरता को देखते हुए संबंधित शिक्षकों से जवाब-तलब किया जा रहा है. हालांकि, शिकायतकर्ता महिला का पूरा पता और मोबाइल नंबर न मिल पाने से जांच में कुछ मुश्किलें आ रही हैं.
बीएसए ने जिले की सभी महिला शिक्षिकाओं से अपील की है कि अगर उनके साथ भी ऐसा कोई अमानवीय व्यवहार हुआ है, तो वे गोपनीय तरीके से उनके कार्यालय में संपर्क करें और शिकायत दर्ज कराएं.