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मंगलुरु : लोकल क्रिकेट मैच के दौरान मैदान में घुसकर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाने वाले युवक को भीड़ ने पीटपीट कर मार डाला, 15 लोग गिरफ्तार

डेस्क: कर्नाटक के मंगलुरु में एक लोकल क्रिकेट मैच के दौरान उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया जब एक व्यक्ति ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगा दिया। इस नारे के बाद आसपास मौजूद भीड़ का गुस्सा इस कदर भड़क उठा कि लोगों ने उस शख्स को पीटना शुरू कर दिया।

हालात इतने बिगड़ गए कि युवक की मौके पर ही मौत हो गई। यह मामला अब “मॉब लिंचिंग” यानी भीड़ द्वारा हत्या का बन गया है। यह दिल दहला देने वाली घटना कर्नाटक के मंगलुरु के कुडुपु इलाके में एक स्थानीय क्रिकेट मैच के दौरान हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक जब मैच चल रहा था, तभी एक अनजान व्यक्ति मैदान में घुस आया और “पाकिस्तान जिंदाबाद” चिल्लाने लगा। इससे माहौल उत्तेजित हो गया और देखते ही देखते भीड़ ने उसे घेर लिया।

 

मॉब लिंचिंग में पुलिस ने 15 लोगों को दबोचा

कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि मृतक की पहचान अभी नहीं हो पाई है लेकिन ‘भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या’ के मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मंत्री ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

 

शांति बनाए रखने के लिए सरकार ने की अपील

गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने सभी नागरिकों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की। साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया कि कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। कर्नाटक सरकार में मंत्री दिनेश गुंडू राव ने भी इस घटना को “क्रूर और शर्मनाक” बताया। उन्होंने कहा, ‘कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। चाहे मृतक की गलती हो या नहीं, इस तरह से जान लेना एक जघन्य अपराध है।’

 

भारत-पाक तनाव का दिखा असर

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में जबरदस्त तनाव है। इस हमले में 26 निर्दोष लोग मारे गए थे, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे। हमले के तुरंत बाद भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया और पाकिस्तानियों के सभी वैध वीजा रद्द कर दिए।

 

सरकार की सख्ती: वीजा रद्द और मेडिकल अपवाद

विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक बयान में कहा कि 27 अप्रैल 2025 से भारत में पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी वैध वीजा रद्द किए जाते हैं। हालांकि, मेडिकल वीजा धारकों को 29 अप्रैल 2025 तक की छूट दी गई है। भारत ने यह कदम आतंकी हमले और पाकिस्तान की ओर से आतंकियों को समर्थन देने की घटनाओं के बाद उठाया है।

 

सोशल मीडिया पर भी बंटे लोग

इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की राय बंटी हुई है। कुछ लोग कहते हैं कि देशद्रोही नारों की कोई जगह नहीं है, वहीं कई लोगों का मानना है कि कानून को हाथ में लेना भी उतना ही बड़ा अपराध है। लोग यह सवाल भी उठा रहे हैं कि क्या सिर्फ नारा लगाने से किसी को मार डालना जायज हो सकता है?

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