डेस्क : अगर आप जल्द ही रोड ट्रिप पर जाने का सोच रहे हैं, तो आपके लिए एक जरूरी खबर है. राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर मंगलवार से यात्रा करना महंगा हो गया है. राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वालों को अब अधिक टोल शुल्क चुकाना होगा, क्योंकि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने देशभर में टोल शुल्क में औसतन 4-5 प्रतिशत की वृद्धि कर दी है. यह संशोधित दरें मंगलवार से प्रभावी हो गईं हैं.
राजमार्ग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि देश भर के राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहन चालकों के लिए संशोधित टोल शुल्क मंगलवार से लागू हो गए हैं. एनएचएआई ने सभी राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे के लिए टोल दरों में बढ़ोतरी को अलग से अधिसूचित किया है.
भारत में लगभग 855 टोल प्लाज़ा हैं, जो राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क पर स्थित हैं. इन टोल प्लाजाओं में से करीब 675 सार्वजनिक रूप से वित्तपोषित हैं, जबकि 180 निजी ठेकेदारों द्वारा संचालित होते हैं. नए शुल्क की वृद्धि कुछ प्रमुख मार्गों पर असर डालेगी, जैसे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, पूर्वी परिधि एक्सप्रेसवे और दिल्ली-जयपुर हाइवे. इससे न केवल दैनिक यात्रियों, बल्कि उन ट्रांसपोर्टर्स के लिए भी यात्रा लागत बढ़ सकती है, जो इन हाईवे का उपयोग माल परिवहन के लिए करते हैं.
यह टोल शुल्क बढ़ोतरी हर साल की जाती है और इसका संबंध थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित महंगाई दर से होता है. यह बढ़ोतरी हर साल 1 अप्रैल से लागू होती है, ताकि टोल दरें महंगाई के हिसाब से अपडेट की जा सकें और राष्ट्रीय राजमार्गों की गुणवत्ता को बनाए रखा जा सके.
अधिकारी का कहना है कि यह वार्षिक टोल पुनरीक्षण महंगाई के रुझानों के अनुरूप टोल दरों को बनाए रखने और राष्ट्रीय राजमार्गों की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए किया जाता है. हालांकि, इस बढ़ोतरी के कारण देशभर में लाखों मोटर चालकों को यात्रा खर्च में वृद्धि का सामना करना पड़ेगा.
इस बदलाव से यात्रियों को एक बड़ी वित्तीय चुनौती का सामना करना पड़ सकता है, विशेष रूप से उन लोगों को जो नियमित रूप से इन मार्गों का उपयोग करते हैं. साथ ही, ट्रांसपोर्टर्स की लागत में भी इजाफा होगा, जो माल ढुलाई के लिए इन मार्गों का प्रयोग करते हैं.