दिल्ली के कैलाशनगर में 42 साल के मोहन वार्ष्णेय ने फांसी लगाकर जान दे दी। मरने से पहले एक Video बनाया। इसमें मौत का जिम्मेदार फाइनेंसर संजीव जैन को बताया।
मोहन ने संजीव से साल 2014 में 50 हजार रुपए उधार लिए और 8 साल से वो ब्याज चुका रहे थे। ये रकम घटने की बजाय बढ़कर 10 लाख रुपए पहुंच गई।
मोहन ने कहा– “मेरे पास कोई रास्ता नहीं बचा है। मैं बहुत पैसे भर चुका हूं। घर को खाली कर चुका हूं। मेरी मौत का यही और यही इंसान जिम्मेदार है। मैंने कभी भी गलत नहीं किया, कभी भी धोखा नहीं दिया है।’’