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एक दाना चना बना मासूम के जीवन का काल, माँ की गोद में ही तड़पते हुए तोड़ा दम

डेस्क : रीवा जिले के सेमरा गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया। महज दो साल का रौनक साहू खेलते-खेलते अचानक दुनिया छोड़ गया। वजह बेहद मामूली और हैरान करने वाली – एक ‘चना’।

बुधवार शाम करीब चार बजे भूख लगने पर मासूम रौनक ने प्लेट में रखा सूखा चना उठा लिया। मां की आंखों के सामने ही वह कौर उसके गले में अटक गया। रौनक की सांसें रुकने लगीं, आंखें पलट गईं और मां कुछ समझ पाती इससे पहले ही मासूम की हालत बिगड़ गई। परिवार के लोग घबराकर उसे तत्काल संजय गांधी अस्पताल, रीवा लेकर भागे, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही मासूम दम तोड़ चुका था।

एक चना बना मासूम की मौत का कारण

अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. यत्नेश त्रिपाठी ने बताया कि बच्चे की जान सांस नली में चना फंसने से गई है। यह कोई पहली घटना नहीं है। उन्होंने कहा, “ठोस और सूखे खाद्य पदार्थ छोटे बच्चों के लिए कई बार जानलेवा साबित हो सकते हैं। परिजनों को बच्चों को ऐसा खाना देते समय बेहद सावधान रहना चाहिए।”

फिलहाल, शव का पोस्टमॉर्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है। रिपोर्ट से मौत के सही कारण की पुष्टि होगी, लेकिन प्रारंभिक जांच में दम घुटने से मौत की आशंका जताई जा रही है।

मां के सामने तड़पता रहा मासूम

घटना के बाद परिवार में मातम पसरा हुआ है। मासूम रौनक की मां अनीता साहू का रो-रोकर बुरा हाल है। अनीता ने कहा, “मेरा बच्चा पूरी तरह स्वस्थ था। मेरी गोद में खेल रहा था। अचानक उसने चना खा लिया और तड़पने लगा। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि चना उसकी जान ले लेगा।रौनक के मामा राजा साहू ने भी दुख जताते हुए बताया, “रौनक बिल्कुल ठीक था। कोई बीमारी नहीं थी। लेकिन एक चने के दाने ने हमारी खुशियां छीन लीं।”

यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि छोटे बच्चों के आहार में किन चीजों से परहेज करना चाहिए। साथ ही यह भी सिखाती है कि बच्चों के भोजन और खेल-खिलौनों को लेकर हमें कितने सजग रहने की जरूरत है।

 

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