डेस्क : मणिपुर के चुराचांदपुर में कुकी समूहों ने आज ‘ताबूत रैली’ का आयोजन किया है, जो पिछले दिनों जिरिबाम हिंसा में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में मारे गए 10 युवाओं के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए की जा रही है. ज़ोमी स्टूडेंट्स फेडरेशन (ZSF), कुकी स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (KSO), और ह्मार स्टूडेंट्स एसोसिएशन (HSA) द्वारा जारी संयुक्त नोटिस के अनुसार, छात्रों से कक्षा 10 से आगे के सभी विद्यार्थियों को रैली में भाग लेने का आह्वान किया गया है.
प्रदर्शन के दौरान छात्रों को काले रंग की शर्ट पहनने को कहा गया है. रैली में 10 प्रतीकात्मक ताबूत ले जाए जाएंगे, जो मारे गए युवाओं की याद में होंगे.
बता दें, हादसे में मारे गए लोगों के शव शनिवार को असम के सिलचर अस्पताल से पोस्टमार्टम के बाद चुराचांदपुर लाए गए. कुकी-बहुल जिले चुराचांदपुर के अस्पताल की मोर्चरी में अभी भी शव रखे गए हैं. पुलिस ने इन मारे गए लोगों को कुकी आतंकवादी बताया है. उनके अनुसार, ये हमलावर उन्नत हथियारों और छलावरण पोशाक के साथ जिरिबाम जिले के बोरबेकरा पुलिस स्टेशन और जैकुराधोर स्थित सीआरपीएफ कैंप पर हमला करने आए थे.
मणिपुर में बीते शनिवार को हालात और बिगड़ गए, जब प्रदर्शनकारियों ने विधायकों और मंत्रियों के घरों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. वाहनों और इमारतों के हिस्सों को आग के हवाले कर दिया गया. हिल और वैली क्षेत्रों के बीच बफर जोन में फायरिंग हुई और प्रदर्शनकारियों ने वैली क्षेत्रों में रातभर सड़कों को अवरुद्ध रखा.
इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को मणिपुर के मौजूदा हालात पर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई. शाह ने महाराष्ट्र में चल रहे चुनावी प्रचार को बीच में छोड़कर दिल्ली लौटकर हालात का जायजा लिया. सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह को भी स्थिति का आकलन करने के लिए मणिपुर भेजा गया.