बोले- गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मिथिला की संवाद कला की चर्चा करना गौरव की बात
दरभंगा (निशांत झा) : माता जानकी को आदि शक्ति का स्वरूप मानकर मिथिला की संवाद कला और मिथिला के ज्ञान तथा दर्शन का देश के कर्मठ गृह मंत्री अमित शाह ने जिस रूप में महिमामंडन किया है, वह साढ़े आठ करोड़ मिथिलावासियों के लिए सम्मान तथा गौरव की बात है, जिसके लिए गृह मंत्री को करोड़ों मिथिलावासियों की ओर से साधुवाद है। दरभंगा के सांसद सह लोकसभा में भाजपा सचेतक डॉ. गोपालजी ठाकुर ने गुजरात के अहमदाबाद में प्रवासी मैथिलों के संगठन ‘शास्वत मिथिला’ के कार्यक्रम में देश के गृह मंत्री अमित शाह के द्वारा माता सीता के नाम पर मंदिर बनाने तथा यहां के ज्ञान तथा दर्शन के संबंध में दिए गए बयानों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि गृह मंत्री अमित शाह ने मिथिलावासियों के साथ ही सनातन धर्मावलंबियों के लिए आदर्श के रूप में मान्य माता जानकी के नाम पर मंदिर बनाने की घोषणा कर मिथिला की महत्ता को राष्ट्रीय स्तर पर जीवंत करने का कार्य किया है, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।
सांसद डॉ. ठाकुर ने सीतामढ़ी में माता जानकी के नाम पर मंदिर की अवधारणा को सत्य, सनातन तथा आस्था को फिर से पुनर्स्थापित करने की गृह मंत्री की सराहनीय पहल बताते हुए कहा कि भाजपा तथा नरेंद्र मोदी के शासनकाल में ही भगवान राम के नाम पर अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण हुआ और अब देश के गृह मंत्री अमित शाह के बयान के बाद स्पष्ट हो गया है कि पांच हजार साल बाद माता जानकी का भी भव्य और दिव्य स्वरूप में मंदिर का निर्माण होना संभव होगा।
सांसद डॉ. ठाकुर ने मिथिला में स्थापित संवाद कला को भारत ही नहीं, वरन विश्व स्तर पर स्थापित ज्ञान परंपरा का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण बताते हुए कहा कि वेद, दर्शन, न्याय, मीमांसा जैसे आयामों को सत्यापित कर मिथिला के मनीषियों तथा विद्वानों ने मिथिला की महत्ता को वैश्विक पहचान दी जो गौरव की बात है। सांसद डॉ. ठाकुर ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने जिस तरह से मिथिला के प्राचीन राजा विदेह, मंडन-भारती, अयाची, वाचस्पति आदि के ज्ञान तथा उनकी महत्ता की चर्चा को फिर से जीवंत किया है, उससे मिथिला के लोगों को सीख लेनी चाहिए तथा मिथिला की प्राचीन संवाद कला को अपने घर-परिवार में चर्चा का विषय बनाना चाहिए।
सांसद डॉ. ठाकुर ने माता सीता का मंदिर बनाये जाने संबधी चर्चा को भाजपा तथा नरेंद्र मोदी सरकार की मिथिला की महत्ता के प्रति सोच और नीति बताते हुए कहा कि इस संबंध में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर उन्होंने विगत दिनों सीतामढ़ी जाकर इस संबंध में जानकी मंदिर न्यास परिषद् तथा सीतामढ़ी के जनप्रतिनिधियों तथा बुद्धिजीवियों के बीच चर्चा की थी तथा इस मुद्दे पर शीघ्र ही फिर से वहां जाकर बुद्धिजीवियों के बीच चर्चा करेंगे।