गुरु का स्थान गूगल नहीं ले सकता है, ज्ञान के लिए गुरु का मार्गदर्शन जरूरी है : प्रो. मो. रहमतुल्लाह
दरभंगा (नासिर हुसैन)। लहेरियासराय स्थित महारानी कल्याणी महाविद्यालय के प्रधानाचार्य कक्ष में आज आचार्यों व कर्मियों की मीटिंग प्रधानाचार्य प्रो. मो. रहमतुल्लाह की अध्यक्षता में की गई। इस दौरान प्रधानाचार्य प्रो. मो. रहमतुल्लाह ने आचार्यों व कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय और महाविद्यालय की मुख्य पूंजी छात्र-छात्रा हैं। इसीलिए, छात्र-छात्राओं के साथ आचार्यों व कर्मियों का व्यवहार फ्रेंडली होना चाहिये। उनकी शत-प्रतिशत नियमित क्लास होनी चाहिये। छात्र-छात्राओं व अभिभावकों से भी उन्होंने अपील करते हुए कहा कि महाविद्यालय में सभी क्लास नियमित रूप से होती हैं, विद्यार्थियों को क्लास जरूर आना चाहिए। अभिभावकों का भी दायित्व है कि वो अपने बच्चों को क्लास भेजें। उन्होंने कहा कि गुरु का स्थान गूगल नहीं ले सकता है, इसीलिए ज्ञान के लिये गुरु का मार्गदर्शन जरूरी है। इस दौरान उन्होंने परीक्षा प्रबंधन पर भी परीक्षा नियंत्रक सहित उपस्थित सभी आचार्यों व कर्मियों को आवश्यक टिप्स व दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि मार्च में स्नातक परीक्षा आयोजित होनेवाली है। परीक्षा प्रबंधन के टिप्स का इस्तेमाल कर किसी भी परीक्षा को आसानी से कदाचारमुक्त संपन्न कराया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने आचार्यों व कर्मियों के ससमय शत-प्रतिशत दैनिक उपस्थिति पर भी जोर दिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में विश्वविद्यालय के भू-संपदा पदाधिकारी सह अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. कामेश्वर पासवान, महाविद्यालय के वरीय शिक्षक सह इंग्लिश विभागाध्यक्ष प्रो. परवेज अख्तर, महाविद्यालय के बर्सर सह भौतिकी विभागाध्यक्ष डॉ. शम्से आलम, परीक्षा नियंत्रक सह हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. आलोक प्रभात, आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक सह गणित विभागाध्यक्ष रंजन कुमार ठाकुर, राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रभारी कार्यक्रम पदाधिकारी सह मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. रीता कुमारी, खेल पदाधिकारी सह दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुरेश चंद्र, प्रधान सहायक कन्हाई कुमार चौधरी, वरीय लेखापाल विमल कुमार व सहायक शेखर कुमार चौधरी सहित सभी आचार्य व कर्मी उपस्थित थे।