डेस्क : हरियाणा के पानीपत में एक शादी, जो एक खुशी का अवसर था, उस समय अराजकता में बदल गई जब दूल्हा और दुल्हन के परिवारों के बीच तीखी नोकझोंक हुई. लहंगे और नकली आभूषणों को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि एक पक्ष ने कथित तौर पर तलवार लहरा दी. बढ़ते तनाव के कारण आखिरकार शादी रद्द करनी पड़ी. घटनाक्रम में नाटकीय मोड़ तब आया जब अमृतसर से दूल्हे का परिवार बारात लेकर पहुंचा. हालांकि, दुल्हन का परिवार दूल्हे पक्ष द्वारा चुने गए लहंगे से नाखुश था और उसने जोर देकर कहा कि वह वही लहंगा पहने जो उन्होंने चांदनी चौक से 40,000 रुपये में खरीदा था. यह असहमति जल्द ही एक बड़े झगड़े में बदल गई, जिसके कारण पुलिस को हस्तक्षेप कर व्यवस्था बहाल करनी पड़ी.
दूल्हे के भाई ने कहा, “हमने उन्हें शादी का हॉल बुक करने के लिए 10,000 रुपये दिए थे. उन्होंने पहले 20,000 रुपये का लहंगा मांगा और फिर उससे भी महंगा लहंगा चुना. हमने अभी-अभी नया घर बनवाया था, जिसके लिए हमें लोन लेना पड़ा, इसलिए हम जो भी लहंगा खरीद सकते थे, खरीद लाए.” उन्होंने आगे कहा कि दुल्हन के परिवार ने शादी को पहले करने के लिए “उन पर दबाव डाला”, उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी दादी ने पांच सोने के गहने और चांदनी चौक से एक लहंगा भी मांगा. उन्होंने आगे बताया, “हमने लहंगा खरीदा, लेकिन दादी ने कहा कि यह पुराना है. हमने आने-जाने के लिए 35,000 रुपये में एक कार भी किराए पर ली.”
दुल्हन की मां, जो एक विधवा है और अपने परिवार का भरण-पोषण मजदूरी करके करती है ने खुलासा किया कि उसने अपनी छोटी बेटी की शादी 25 अक्टूबर, 2024 को अमृतसर में तय की थी. दोनों बेटियों की शादी एक ही समय पर करने की उम्मीद में, उसने अपनी बड़ी बेटी की शादी 23 फरवरी को तय करने पर सहमति जताई. हालांकि, शादी तय होने के तुरंत बाद तनाव पैदा हो गया, क्योंकि कथित तौर पर दूल्हे के परिवार ने उन पर शादी जल्दी करने का दबाव डाला.
रिपोर्ट के अनुसार, दुल्हन का परिवार तब हैरान रह गया जब शादी के दिन दूल्हे का पक्ष एक पुराना लहंगा और नकली गहने लेकर आया. उन्हें निराशा हुई कि वे माला भी नहीं लाए थे, उन्होंने कहा कि यह “उनकी परंपरा का हिस्सा नहीं है.” जब पूछताछ की गई तो दूल्हे का परिवार कथित तौर पर आक्रामक हो गया, जिससे हाथापाई हुई और एक व्यक्ति ने कथित तौर पर तलवार लहराई.
दुल्हन की मां ने आगे दावा किया कि उसने चांदनी चौक से लहंगे के लिए 13,000 रुपये का अग्रिम भुगतान किया था, फिर भी दूल्हे के परिवार ने उन पर 1 लाख रुपये मांगने का झूठा आरोप लगाया. निराश होकर उसने सवाल किया कि ऐसे परिवार में उसकी बेटी का भविष्य कैसे सुरक्षित हो सकता है. पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की कि शादी रद्द कर दी गई है और कहा कि मामले को आगे के समाधान के लिए संबंधित पुलिस स्टेशन को सौंप दिया जाएगा.