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डॉ. धर्मशिला गुप्ता ने बिहार के जल संसाधन, नल जल और नमामि गंगे योजना से जुड़ीं विभिन्न समस्याओं के निदान के लिए सौंपा ज्ञापन

दिल्ली (निशांत झा) : राज्यसभा सांसद डॉ. धर्मशिला गुप्ता कल दिल्ली स्थित पार्लियामेंट एनेक्सी में जल संसाधन संबधी स्थाई संसदीय समिति की बैठक में शामिल हुईं और उपस्थित अधिकारियों व सदस्यों के साथ बिहार में जल संसाधन से संबंधित नदी जल के बेहतर प्रबंधन से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।

राज्यसभा सांसद डॉ. धर्मशिला गुप्ता ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सह जल संसाधन संबंधी समिति के अध्यक्ष राजीव प्रताप रूडी को बिहार के जल संसाधन, नल जल और नमामि गंगे योजना से जुड़ीं विभिन्न समस्याओं के निदान के लिए ज्ञापन सौंपा।

बैठक के दौरान राज्यसभा सांसद डॉ. धर्मशिला गुप्ता ने कहा कि बिहार के दरभंगा शहर के मध्य से गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदियों में से एक बागमती नदी बहती है। दरभंगा शहर अंतर्गत उक्त नदी के तट का विकास (Riverfront Development) पर्यावरण की गुणवत्ता में सुधार, मनोरंजन के अवसरों में वृद्धि, आर्थिक विकास में वृद्धि, शहरी स्थानों का पुनरोद्धार तथा आम जनमानस और जलमार्गों के बीच मजबूत संबंध, अधिक टिकाऊ और रहने योग्य शहरी पर्यावरण में योगदान देगा।

सांसद डॉ. गुप्ता ने कहा कि नमामि गंगे योजना में दरभंगा जिले की नदियों और शहर के तीन ऐतिहासिक तालाब को स्वच्छ रखने के लिए STP ( सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) निर्माण के साथ ही बागमती और कमला रिवर फ्रंट निर्माण होने से नदी को स्वच्छ रखने के साथ ही पर्यटन स्थल के रूप विकसित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बिहार में ख़ासकर मिथिला क्षेत्र के कई जिलों में गर्मी बढ़ते ही हैंडपंप सूख जाने से जलसंकट की स्थिति पैदा हो जाती है। उन्होंने जलसंकट की स्थिति से निपटने के लिए इस दिशा में ठोस पहल करने का आग्रह किया।

राज्यसभा सांसद डॉ. धर्मशिला गुप्ता ने कहा कि बिहार के कई जिलों के भूजल में आर्सेनिक की मात्रा अधिक है। पानी में आर्सेनिक की मात्रा अधिक होने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी होने का खतरा है। सांसद ने बिहार में पेयजल में आर्सेनिक की अधिकता के लिए वैज्ञानिकों की एक टीम भेजकर इस दिशा में कार्य हेतु सभी जरूरी कदम उठाने सहित कई अन्य प्रमुख मुद्दों को समिति के समक्ष रखा।

 

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