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कैमूर पहाड़ी का सेंचुरी कानून और टाइगर प्रोजेक्ट सरकार को वापस लेने होंगे- भाकपा माले

भभुआ:  आज भाकपा माले के जिला मुख्यालय प्रधान कार्यालय पर दो मार्च को पटना के गांधी मैदान में होने वाले बदलो बिहार महाजुटान की तैयारी की समीक्षा की गयी. इसमें भाकपा माले के सेंट्रल कमेटी के सदस्य सह पूर्व विधायक मनोज मंजिल ने कहा बदलो बिहार महाजुटान, जन आंदोलन का साझा एलान है.

इस सरकार ने कैमूर के लोंगो के पुश्तैनी साथी रहे जंगल को सेंचुरी बना दिया और अब टाइगर प्रोजेक्ट बनाने जा रही है. बाप-दादों से ही जंगल में पैदा हुए, जंगल में खेले, जंगल से खाये-पीये वनवासियों के बजाये अब यह सरकार जंगल में बाघों को पालेगी और वनवासी भूखे मरेंगे. जिस जंगल से इनका जीविकोपार्जन चलता था, बाल-बच्चे जीते थे. अब उस जंगल का फल-फूल, कंद- मूल तोड़ना भी इनका अपराध हो गया है. उन्होंने सरकार से सेंचुरी कानून और टाइगर प्रोजेक्ट वापस लेने का भी मांग की. उन्होंने कहा कि बदलो बिहार महाजुटान किसान, युवा, महिलाएं, अल्पसंख्यकों, मजदूरों, दबे कुचले वर्गों का जन समागम और व्यवस्था बदलाव का चार्टर है. कैमूर से हजारों लोग इस महाजुटान में शामिल होंगे. सामाजिक न्याय तथा समानता लोकतंत्र के मजबूत नींव के सहारे आगे बढ़ रहा है, जो एनडीए सरकार को उखाड़ फेंकेगा. बैठक में स्मार्ट मीटर हटाने, संविदा पर बहाल कर्मियों को सम्मानजनक वेतन व सरकारी कर्मी का दर्जा देने, अति निर्धन परिवारों को एक मुश्त दो लाख रुपये, पांच डिसमिल जमीन व पक्का मकान देने, वरिष्ठ नागरिकों तथा विधवाओं को तीन हजार मासिक पेंशन आदि देने का भी मांग की. बैठक में जिला सचिव विजय यादव, मोरध्वज सिंह, बब्बन सिंह, दुखी राम, लुटावन प्रसाद, जयप्रकाश निराला, सन्मुख पासवान आदि शामिल थे.

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