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पटना : ड्रोन तकनीक पर किए गए अनुसंधान और द्रोण लैब की गतिविधियों का सांसद डॉ. धर्मशिला गुप्ता ने किया अवलोकन

पटना (निशांत झा) : राज्यसभा सांसद डॉ. धर्मशिला गुप्ता ने प्रगति संगठन विकास केंद्र (सी-डैक) पटना का दौरा किया। सी-डैक, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) का प्रमुख अनुसंधान एवं विकास संस्थान है। इसे वर्ष 1988 में आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स और संबंधित क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास कार्य करने के लिए स्थापित किया गया था। सी-डैक की 12वीं अनुसंधान एवं विकास इकाई, पटना केंद्र, वर्ष 2020 में स्थापित किया गया था।

सी-डैक पटना के वैज्ञानिकों ने सांसद का स्वागत किया और उन्हें केंद्र में चल रहे अनुसंधान एवं विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। यह केंद्र कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम कंप्यूटिंग , साइबर सुरक्षा, सुपर कंप्यूटिंग, उन्नत सॉफ्टवेयर विकास, ड्रोन तकनीक तथा शिक्षा और प्रशिक्षण जैसे क्षेत्रों में देश और बिहार के विकास हेतु महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।

सी-डैक पटना द्वारा बिहार के लिए मिशन मोड परियोजना ‘आरोहण बिहार’ शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य उभरती तकनीकों के प्रति युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें वैश्विक तकनीकी बदलावों के लिए तैयार करना है। इस कार्यक्रम के तहत लाखों अभ्यर्थियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है, जिससे वे नवाचार और तकनीकी ज्ञान के माध्यम से बिहार की प्रगति में योगदान देंगे। सांसद डॉ. धर्मशिला गुप्ता ने इस पहल की सराहना की और इसे बिहार के लिए तकनीकी उत्कृष्टता का आधार बताया।

सी-डैक पटना के वरिष्ठ वैज्ञानिक और निर्देशक आदित्य कुमार सिन्हा ने सांसद को सभी शोध एवं विकास गतिविधियों की जानकारी दी। इसके बाद सांसद ने सभी अनुसंधान प्रयोगशालाओं का दौरा किया। उन्हें एआई सुपर कंप्यूटिंग सुविधा ‘परम बुद्ध’ को देखने का अवसर मिला। इसका उपयोग कृषि, स्वास्थ्य, साइबर सुरक्षा और शिक्षा क्षेत्र में किया जा रहा है। ड्रोन तकनीक पर किए गए अनुसंधान और द्रोण लैब की गतिविधियों का भी सांसद ने अवलोकन किया।

सी-डैक पटना के वैज्ञानिकों और केंद्र प्रमुख के साथ चर्चा के दौरान सांसद ने बिहार की प्रमुख समस्याओं पर विशेष ध्यान दिया। इनमें बाढ़ नियंत्रण, महिला सशक्तीकरण, शिक्षा, रोजगार और तकनीकी नवाचारों के माध्यम से बिहार को सशक्त बनाने पर चर्चा की गई। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित तकनीकी नवाचारों पर भी सुझाव दिए और महिलाओं के लिए साइबर सुरक्षा, तकनीकी शिक्षा और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर जागरूकता कार्यक्रम चलाने की आवश्यकताओं पर बल दिया।

उन्होंने प्रधानमंत्री की हालिया विदेश दौरे के दौरान एआई को भारत के विकास का प्रमुख घटक बनाने की प्रतिबद्धता को दोहराया और सी-डैक पटना की भूमिका को इस दिशा में अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि सी-डैक बिहार को तकनीकी रूप में सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने में एक प्रमुख योगदान दे सकता है।

अपने दौरे के अंत में सांसद ने सी-डैक पटना के वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत, प्रतिबद्धता और बिहार को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के प्रति उनकी समर्पण भावना की प्रशंसा की। उन्होंने केंद्र प्रमुख को आश्वस्त किया कि बिहार को तकनीकी रूप से अग्रणी राज्य बनाने की इस यात्रा में हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।

 

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