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केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मिले दरभंगा सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर, दूरस्थ शिक्षा केंद्र को फिर से शुरू करने तथा शोध विश्वविद्यालय जैसे मुद्दों पर हुई चर्चा

दरभंगा को शिक्षा का हब बनाने के लिए मोदी सरकार संकल्पित : डॉ. गोपाल जी ठाकुर

दिल्ली (निशांत झा) : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय को केंद्र सरकार के द्वारा अनुसंधान विश्वविद्यालय का दर्जा के साथ ही इसके लिए एक सौ करोड़ रुपए की स्वीकृति केंद्र की मोदी सरकार का ऐतिहासिक कदम है। इसके लिए देश के लोकप्रिय पीएम नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह तथा शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान बधाई के पात्र हैं।
आज संसद परिसर में देश के शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से भेंट कर दरभंगा सहित मिथिला क्षेत्र में शैक्षणिक कार्यों के लिए बजट में दी गई प्राथमिकता के लिए आभार जताते हुए उपरोक्त बातें दरभंगा सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने कही।

इस मौके पर सांसद डॉ. ठाकुर ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को मिथिला की संस्कृति और परंपरा के अनुसार पाग एवं अंगवस्त्र से सम्मानित भी किया। सांसद डॉ. ठाकुर ने शिक्षा के क्षेत्र में पीएम उषा योजना, भारतीय ज्ञान परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए नेशनल डिजिटल रिपोजिटरी, ज्ञान भारतम मिशन जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्री को साधुवाद देते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने दरभंगा और मिथिला को शिक्षा का हब बनाने के लिए ठोस पहल शुरू कर दी है। मिथिला की शिक्षा संस्कृति और सांस्कृतिक विरासत को फिर से जीवंत करने के लिए ख़ुद को प्रतिबद्ध बताते हुए सांसद डॉ. ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री से कहा कि दरभंगा बिहार ही नहीं, राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा का एक आदर्श मानक है, जहां एक प्रांगण में दो विश्वविद्यालय हैं जो यहां की शैक्षणिक गरिमा को साबित करता है। सांसद डॉ. ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री से संस्कृत विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा तथा एलएनएमयू में दूरस्थ शिक्षा केंद्र को फिर से चालू किए जाने की मांग करते हुए कहा कि गांव-देहात में रहने वाले लोगों के साथ ही कामकाजी महिलाओं के लिए एलएनएमयू में दूरस्थ शिक्षा केंद्र को फिर से शुरू किए जाने की आवश्यकता है, ताकि इस विश्वविद्यालय के अंतर्गत दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर एवं बेगूसराय के कामकाजी लोग घर पर रहकर भी उच्चतर शिक्षा प्राप्त कर सकें। सांसद डॉ. ठाकुर ने दरभंगा अवस्थित डॉ. कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिए जाने के संबंध में केंद्रीय मंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि नवाचार और भारतीय ज्ञान परंपरा को आगे बढ़ाने में संस्कृत विश्वविद्यालय को मजबूत माध्यम बनाया जा सकता है।

 

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