आज के दौर में कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिनकी पढ़ाई में ज्यादा रुचि नहीं है और न ही वे ऐसा काम करना चाहती हैं, जिसमें सिरदर्दी हो, अगर आप भी उनमें से हैं तो आप फ्रंट ऑफिस एग्जिक्यूटिव या रिसेप्शनिस्ट का कोर्स करके किसी ऑफिस में आसानी से नौकरी हासिल कर सकती हैं। रिसेप्शनिस्ट किसी ऑफिस में सबसे पहला कॉन्टेक्ट पॉइंट होता है। फ्रंट ऑफिस या रिसेप्शन स्टाफ की जिम्मेदारियों में शामिल हैं-
– अपॉइंटमेंट कैलेंडर, मीटिंग्स, इंटरव्यू का रिकाॅर्ड अपडेट करना।
– ऑफिस काॅरेस्पॉन्डेंस यानी डाक, कूरियर आदि को सही डिपार्टमेंट तक पहुंचाना।
– एचआर डिपार्टमेंट तक स्टाफ से जुड़ी जानकारियां पहुंचाना, जिसमें उनकी अटेंडेंस, जॉइनिंग या कंपनी छोड़ने से जुड़ी फाॅर्मेलिटीज शामिल हैं।
– सभी जरूरी फोन कॉल्स रिसेप्शन पर ही आते हैं। रिसेप्शनिस्ट ही उन्हें अटेंड करते हैं और संबंधित डिपार्टमेंट्स तक फाॅरवर्ड करते हैं।
– हाउसकीपिंग स्टाफ और ऑफिस की चीजों के स्टाॅक का रिकाॅर्ड रखना भी रिसेप्शनिस्ट की जिम्मेदारी के तहत आता है।
कई बार ऑफिस में स्टाफ कम होने पर उसके काम की जिम्मेदारी भी रिसेप्शन स्टाफ पर डाल दी जाती है। अमूमन रिसेप्शनिस्ट के काम के घंटे भी दूसरे स्टाफ से थोड़े ज्यादा रखे जाते हैं, खासकर उन ऑफिसेज में जहां पर पब्लिक डीलिंग बहुत होती है। वहां पर रिसेप्शन स्टाफ से यह उम्मीद की जाती है कि वह दूसरे स्टाफ से पहले ऑफिस पहुंचे और शाम को सबसे आखिर में ही घर जाए। रिसेप्शनिस्ट का पहनावा, पर्सनेलिटी कैसी हो, यह हर कंपनी के प्रोफाइल पर निर्भर करता है, लेकिन फिर भी रिसेप्शनिस्ट को पर्सनल ग्रूमिंग पर ध्यान जरूर देना चाहिए।
पब्लिक डीलिंग में अहम रोल : होटल एंड हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में इनका रोल बहुत महत्वपूर्ण होता है। बड़े क्लीनिक्स, हॉस्पिटल्स, नर्सिंग होम्स, स्पा व वेलनेस सेंटर्स, एजुकेशनल इंस्टिट्यूट्स, मीडिया ऑफिस में भी रिसेप्शन डेस्क बहुत अहम भूमिका निभाता है। ये एक तरह से कंपनी की इमेज बिल्डिंग का काम करते हैं। कंपनी की सर्विस या किसी और चीज से जुड़ी कोई शिकायत सबसे पहले इन्हीं के पास पहंचती है, जिन्हें चेहरे पर मुस्कराहट ला कर बहुत धैर्य के साथ सुनना होता है।
कहां से करें कोर्स : इस फील्ड में करियर बनाने के लिए आप अगर कोर्स कर लेते हैं, तो अच्छी कंपनी में नौकरी और अच्छी सैलरी मिलने की संभावनाएं भी बहुत बढ़ जाती हैं। देश के कई संस्थानों द्वारा फ्रंट ऑफिस में अलग-अलग नामों से कोर्स करवाया जाता है। यह कोर्स 12वीं के बाद किया जा सकता है। इसमें आपको 12वीं कक्षा में कम-से-कम 55 प्रतिशत अंक लाने के बाद एडमिशन मिल सकता है। कुछ संस्थानों में एंट्रेंस एग्जाम के बाद ही इस कोर्स में दाखिला दिया जाता है।