डेस्क : यह हादसा तब हुआ जब पुष्पक एक्सप्रेस के B4 बोगी के पहियों से धुआं निकलने लगा. ट्रेन को तुरंत रोक दिया गया. किसी ने अफवाह फैला दी कि ट्रेन में आग लग गई है. इस डर से यात्रियों ने ट्रेन से कूदकर जान बचाने की कोशिश की. लेकिन, पास ही से गुजर रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए.
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमारी प्रारंभिक जानकारी है कि पुष्पक एक्सप्रेस के एक कोच में ‘हॉट एक्सिल’ या ‘ब्रेक बाइंडिंग’ (जैमिंग) की वजह से चिंगारी निकली और कुछ यात्री घबरा गए. उन्होंने चेन खींच दी और उनमें से कुछ नीचे कूद गए. उसी समय पास की पटरी से कर्नाटक एक्सप्रेस गुजर रही थी.’’
हादसे के बाद का मंजर बेहद खौफनाक था. पटरी के दोनों ओर शवों के टुकड़े बिखरे पड़े थे. घायलों और मृतकों के परिवार के लोग घटना स्थल पर पहुंचकर चीख-पुकार कर रहे थे.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस दर्दनाक हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया. मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई. घायलों के इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है. मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की गई है. रेलवे अधिकारियों ने हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. रेलवे के डिविजनल मैनेजर (डीआरएम) ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं.
ट्रेन में आग लगने की अफवाह से यात्री घबरा गए और ट्रेन से बाहर कूदने लगे. इस स्थान पर ट्रैक का शार्प टर्न जानलेवा साबित हुआ. घटनास्थल पर ट्रैक के मुड़ाव की वजह से यात्रियों को दूसरी ट्रेन के आने का अंदाजा नहीं लग पाया.