दरभंगा (नासिर हुसैन) : कामेश्वर नगर स्थित कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय में युवा चेतना मंच के तत्वावधान में युवा प्रेरणा पक्ष के सातवें दिन विशिष्ट व्याख्यान ‘संस्कृत में रोजगार की संभावनाएं’ का आयोजन किया गया। इसके मुख्य वक्ता मारवाड़ी महाविद्यालय के संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. विकास सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा कि परंपरागत रोजगार के साथ-साथ आधुनिक संदर्भ में संस्कृत में रोजगार की अनेक संभावनाएं हैं, जैसे भाषा का गूढ़ वाचन करना, पांडुलिपि विज्ञान के क्षेत्र में भी संस्कृत के छात्र कार्य कर सकते हैं और अनुवादक की भूमिका निभा सकते हैं, क्योंकि संस्कृत ही भारतीय ज्ञान परंपरा का स्रोत है। अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में शिक्षा शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. घनश्याम मिश्रा ने कहा कि संस्कृत के साथ-साथ अन्य भाषाओं का ज्ञान भी बहुत आवश्यक है। मंच संचालन डॉ. सुधीर कुमार, संयोजक, युवा चेतना मंच ने किया। उपस्थित लोगों का स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापन व्याकरण विभाग की सहायक प्राचार्या एवं कला रंजनी मंच की संयोजिका डॉ. साधना शर्मा ने किया। कार्यक्रम में युवा चेतना मंच के सचिव केशव कुमार, सह सचिव विपिन कुमार झा, पद्मनाभ झा एवं विश्वमोहन झा सहित शिक्षाशास्त्र के सैकड़ों छात्र उपस्थित रहे।