बिहार में सरकार बनाने का वार्षिक पर्व एक बार फिर पूरे जोश से मनाया जा रहा है। मैट्रिक रिजल्ट की तरह तारीख भी फाइनल हो गई है 20 नवंबर, पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण का भव्य आयोजन होगा, जहाँ पीएम मोदी से लेकर एनडीए के हर बड़े और छोटे नेता अपनी-अपनी मौजूदगी दर्ज करेंगे, ठीक वैसे ही जैसे शादी में रिश्तेदार कुछ खुशी से, कुछ मजबूरी में उधर पटना से लेकर दिल्ली तक मंत्रीमंडल को लेकर मंथन चल रहा है, और ऐसा लग रहा है जैसे राजनीति नहीं, आईपीएल की टीम फाइनल की जा रही हो। सूत्र बता रहे हैं कि नीतीश कुमार की नई सरकार में 35-36 मंत्री होंगे। इतने ज़रूर कि हर दल को लगे कि हमको भी कुछ मिला है और इतने भी नहीं कि कुर्सियां कम पड़ जाएँ।
NDA की गणित: सबको थोड़ा-थोड़ा, किसी को ज़्यादा-ज़्यादा नहीं सूत्रों के अनुसार सीट बँटवारे की गिनती इस प्रकार चल रही है:
बीजेपी: 16
JDU: 14
लोजपा (रामविलास): 3
HAM:1
रालोमो: 1
यानी गठबंधन में हर किसी को ऐसा हिस्सा कि वे प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुस्कुरा सकें और पीछे जाकर शिकायत भी कर सकें। पारंपरिक NDA मॉडल।चुनाव नतीजे आने के बाद से ही पावर शेयरिंग एक ऐसा मुद्दा बना हुआ है जिस पर बातचीत उतनी ही देर से फाइनल हो रही है जितनी देर से पटना में फ्लाईओवर। बीजेपी 89 के, जेडीयू 85 के, और बाकी साथी दल अपनी-अपनी संख्या बोतल में जिन्न की तरह साथ लिए घूम रहे हैं।
चिराग की डिप्टी सीएम, डिमांड-नया ड्रामा, पुराना स्टाइल :सब ठीक-ठाक चल ही रहा था कि चिराग पासवान एक नए पेंच के साथ प्रकट हुए। डिप्टी सीएम की मांग के साथ बीजेपी और जेडीयू दोनों ने ही इस मांग को वही भाव दिया जो सुबह-सुबह आने वाले क्रेडिट कार्ड कॉल्स को मिलता है। सुन लिया है, पर करेंगे कुछ नहीं।स्पीकर का पद किसे मिले, इस पर भी जेडीयू और बीजेपी के बीच रस्साकशी जारी है। जेडीयू इस बार स्पीकर चाहती है, पर बीजेपी चाहती है कि जेडीयू सिर्फ… चाहे।
बीजेपी के दो उपमुख्यमंत्री- पुरानी व्यवस्था, नई पैकिंग निवर्तमान सरकार में बीजेपी के पास दो डिप्टी सीएम थे, और संकेत है कि यह मॉडल जारी रहेगा। जातिगत संतुलन से लेकर राजनीतिक संतुलन तक, सबको ध्यान में रखा जा रहा है और सबको लगता भी है कि उन्हें ध्यान में रखा जा रहा है। दिल्ली में जेडीयू नेताओं की चहलकदमी जारी है ललन सिंह और संजय झा चार्टर प्लेन से पहुँचे, ताकि बातचीत सही ऊँचाई पर हो।
संभावित मंत्री: वही नाम, वही चेहरे, थोड़ी नई पॉलिश बीजेपी से रामकृपाल यादव, नितिन नवीन, मंगल पांडे और हरि सहनी के नाम लगभग पक्के माने जा रहे हैं। विजय सिन्हा को स्पीकर बनने की तैयारी करने को कहा जा सकता है मानो हर परीक्षा में वही टॉपर आता है जो आता चला आ रहा है।JDU से विजय चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, अशोक चौधरी, लेशी सिंह, मदन सहनी, जयंत राज और सुनील कुमार जिनका बैच नंबर बदलता रहता है, पोर्टफोलियो का रंग भी, पर चेहरा वही रहता है।लोजपा (रामविलास) से राजू तिवारी, संजय पासवान और डेहरी के राजीव रंजन सिंह का नाम दौड़ में है।
HAM से संतोष सुमन लगभग निश्चित।
रालोमो से उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा के नाम की चर्चा गर्म है यानी राजनीति में भी फैमिली पैक ऑफर लागू है।
20 नवंबर को होगा शपथ ग्रहण: भीड़, भाषण और बड़े-बड़े वादे:आज एनडीए की संयुक्त बैठक में नीतीश को नेता चुने जाने की औपचारिकता पूरी की जानी है। फिर 20 नवंबर को गांधी मैदान में भारी भीड़, भव्य मंच और बढ़िया भाषणों के बीच नीतीश सरकार शपथ लेगी एक बार फिर। बाकी सब तो चलेगा… बस बिहार की जनता इंतजार कर रही है कि इस बार सरकार बदलेगी या केवल फोटो फ्रेम।
