भारत और पाकिस्तान को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि 200 फीसदी टैरिफ लगाने की धमकी के बाद दोनों देशों ने संघर्ष विराम का फैसला लिया था।एक ओर जहां पाकिस्तान ट्रंप के दावों का समर्थन करता नजर आ रहा है। वहीं, भारत सरकार ने साफ किया है कि सीजफायर द्विपक्षीय था और इसमें किसी तीसरे देश की कोई भूमिका नहीं थी। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में पहले हर साल नेता बदल जाते थे, लेकिन उनके ‘दोस्त’ लंबे समय से टिके हुए हैं।ट्रंप ने कहा, ‘…हमने कई युद्ध व्यापार के जरिए रुकवाए हैं। उदाहरण के तौर पर भारत और पाकिस्तान इसमें जूझने जा रहे थे। 7 विमान गिर गए थे…। बुरी चीजें हो रही थीं और मैं दोनों से ही व्यापार के बारे में बात कर रहा था…। मैंने कहा था कि जब तक वो युद्ध नहीं रोकते, तब तक हम ट्रेड डील नहीं करेंगे। मैंने उन्हें फोन किया और कहा कि सुनो अमेरिका में आप अपना जो भी प्रोडक्ट बेचेंगे उसके लिए हम आपके देश के ऊपर 200 फीसदी टैरिफ लगाने वाले हैं।’
उन्होंने आगे कहा, ‘…मैंने दोनों देश के नेताओं से बात की। मुझे दोनों पसंद हैं, लेकिन मैंने कहा कि रास्ता यही है और मुझे अगले दिन फोन आया कि हमने पीछे हटने का फैसला किया है…। हमने फैसला लिया है कि हम नहीं लड़ेंगे…। मुझे युद्ध रुकवाना पसंद है।’
पीएम मोदी की तारीफ ट्रंप ने अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात को लेकर कहा, ‘मुझे लगता है कि बहुत अच्छा रहा था…। मोदी महान आदमी हैं। उन्होंने (गोर) ने मुझे कहा है कि वह (पीएम मोदी) को ट्रंप पसंद हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं भारत को सालों से देखता आ रहा हूं। यह एक अद्भुत देश है और हर साल आपको यहां नया नेता देखने को मिलता है। कुछ लोग यहां महीनों के लिए आते हैं और ऐसा साल दर साल चलता रहता है। मेरे मित्र लंबे समय से वहां हैं।’समाचार एजेंसी एएनआई की तरफ से सवाल किया गया कि क्या वे भारत को एक विश्वसनीय साझेदार मानते हैं के जवाब में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘हां, जरूर। वे (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) मेरे मित्र हैं। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं…मैं इस बात से खुश नहीं था कि भारत तेल खरीद रहा है और उन्होंने आज मुझे आश्वासन दिया कि वे रूस से तेल नहीं खरीदेंगे…।’