उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में हाल ही में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल है. एक पति ने अपनी पत्नी को लेकर ऐसी शिकायत दर्ज की जिसे सुनने वाले दंग रह गए.यह घटना 4-5 अक्टूबर 2025 के आसपास की है, उत्तर प्रदेश सरकार के ‘संपूर्ण समाधान दिवस’ (जन शिकायत निवारण कार्यक्रम) के दौरान उजागर हुई. मेराज लगभग 45 वर्ष का आदमी है, महमूदाबाद तहसील के लोधासा गांव का रहने वाला है. वह खेती-बाड़ी करके परिवार चलाता है. उसने अपनी पत्नी नसीमुन जो लगभग 40 साल की है, मूल रूप से राजपुर थाना क्षेत्र के लालपुर (धानगांव) की है, को लेकर 4 अक्टूबर 2025 को महमूदाबाद तहसील में आयोजित ‘संपूर्ण समाधान दिवस’ के दौरान मेराज ने जिलाधिकारी (डीएम) के समक्ष प्रार्थना पत्र देकर अपनी आपबीती सुनाई. वह फफक-फफक कर रोते हुए बोला, “साहब, मुझे मेरी बीवी से बचा लो… वो रात में नागिन बन जाती है और मुझे काटने की कोशिश करती है!”
मेराज का दावा शादी के कुछ दिनों बाद से ही नसीमुन रात होते ही ‘इच्छाधारी नागिन’ बन जाती है. वह मेराज पर हमला करती है, दौड़कर काटने की कोशिश करती है. मेराज का कहना है कि एक बार तो वह असल में काट भी चुकी है, लेकिन वह तुरंत जाग जाता है और बच निकलता है. इससे वह मानसिक रूप से परेशान है और डर के मारे सो नहीं पाता.
शादी कब हुई?2023 में दोनों की शादी हुई थी. मेराज ने बताया कि शादी के बाद से ही झगड़े शुरू हो गए. दोनों के बीच आपसी अनबन बढ़ती गई, लेकिन ‘नागिन’ वाला एंगल हाल ही में सामने आया. दंपति के कोई संतान नहीं है. मेराज की बहन की शादी के लिए भी वह जद्दोजहद कर रहा है, लेकिन घरेलू कलह से सब प्रभावित हो रहा है.
पिछली शिकायतें मेराज ने पहले भी महमूदाबाद कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन उसका कहना है कि पुलिस ने नसीमुन की शिकायत पर ही एकतरफा कार्रवाई की. नसीमुन ने भी मेराज के खिलाफ शिकायत की है. कोतवाली में कोई ठोस निर्णय नहीं हुआ, इसलिए मेराज समाधान दिवस पहुंचा.
प्रशासन की प्रतिक्रिया समाधान दिवस में डीएम और अन्य अधिकारियों ने मेराज की बातें गंभीरता से सुनीं, लेकिन ‘नागिन’ वाले दावे पर सभी हैरान रह गए. यह मामला इतना फिल्मी लगा कि माहौल एक टीवी सोप जैसा हो गया. डीएम ने पुलिस को मामले की जांच करने और समाधान निकालने के निर्देश दिए. जांच में मेराज के दावे की सच्चाई, नसीमुन की मानसिक स्थिति और पारिवारिक विवाद के अन्य पहलुओं की पड़ताल होगी. फिलहाल, कोई गिरफ्तारी या तत्काल कार्रवाई नहीं हुई है.यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश सरकार का एक नियमित जन शिकायत निवारण फोरम है, जहां लोग अपनी समस्याएं सीधे अधिकारियों के सामने रखते हैं. ऐसे अजीबोगरीब केस कभी-कभी वायरल हो जाते हैं.
क्या वह सच में ‘नागिन’ है?विशेषज्ञों के अनुसार, यह शायद मेराज का अतिरंजित या भ्रमपूर्ण दावा है. यह घरेलू विवाद का चरम रूप हो सकता है, जहां डर या गुस्से को लोककथाओं से जोड़ दिया गया. संभव है कि मेराज या नसीमुन में कोई साइकोलॉजिकल समस्या हो, जैसे पैरानॉया या नींद संबंधी विकार (जैसे नाइट टेरर), जिसे ‘नागिन’ के रूप में देखा जा रहा हो.वर्तमान में पुलिस नसीमुन से पूछताछ कर सकती है, और अगर जरूरी हुआ तो मेडिकल/साइकियाट्रिक जांच भी हो सकती है.