पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार ने ऐसे फैसलों की श्रृंखला शुरू की है, जो न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करेंगे, बल्कि शहरी जीवन को भी अधिक सुगम और व्यवस्थित बनाने की दिशा में काम करेंगे।इनमें मोकामा के ऐतिहासिक परशुराम मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का ऐतिहासिक कदम और पटना के बांकीपुर क्षेत्र में आधुनिक वेंडिंग जोन की स्थापना शामिल हैं।परशुराम मंदिर: आस्था का केंद्र बनेगा वैश्विक पर्यटन स्थलमोकामा में स्थित भगवान परशुराम का जन्मस्थल हमेशा से श्रद्धालुओं के लिए पवित्र रहा है। यह स्थान अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वाले परशुराम अवतार की स्मृति को जीवंत रखता है, जो धर्म की रक्षा और सामाजिक न्याय का प्रतीक है। बिहार सरकार ने इसकी गरिमा को और बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इसके विकास के लिए 18 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत कर दी गई है।इस राशि का उपयोग मंदिर परिसर के व्यापक सौंदर्यीकरण और नागरिक सुविधाओं के निर्माण में किया जाएगा। यहां भक्तों को आधुनिक प्रकाश व्यवस्था, स्वच्छ जल आपूर्ति, डिलक्स शौचालय, यात्री विश्राम गृह और सीसीटीवी निगरानी जैसी सुविधाएं मिलेंगी। मंदिर की चारदीवारी मजबूत होगी, माईकिंग सिस्टम और टेंट जैसी व्यवस्थाएं सुनिश्चित होंगी, जिससे मेले के दौरान भीड़ प्रबंधन आसान हो जाएगा।
बांकीपुर में आधुनिक वेंडिंग जोन: शहरीकरण की नई पहचान :दूसरी ओर, राजधानी पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र में शहरी विकास की एक और मिसाल कायम हो रही है। यहां पटना कोलेजिएट स्कूल के निकट बारी पथ पर लगभग 4.62 करोड़ रुपये की लागत से एक आधुनिक वेंडिंग जोन का निर्माण हो रहा है। इसका शिलान्यास रविवार को पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने किया, जो खुद बांकीपुर के विधायक भी हैं। यह परियोजना पटना जैसे तेजी से बढ़ते महानगर में फुटपाथ अतिक्रमण की समस्या को हल करने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है।वेंडिंग जोन छोटे व्यापारियों, फल-सब्जी विक्रेताओं और अन्य स्ट्रीट वेंडर्स के लिए एक संगठित स्थान प्रदान करेगा। इससे न केवल सड़कों पर अवैध कब्जे कम होंगे, बल्कि यातायात प्रवाह सुगम होगा और शहर की साफ-सफाई में सुधार आएगा। जोन में आधुनिक दुकानें, पार्किंग सुविधाएं और सुरक्षा व्यवस्था होगी, जो वेंडर्स को गरिमापूर्ण कामकाजी माहौल देगी।मंत्री नितिन नवीन ने इस अवसर पर कहा कि बांकीपुर का यह विकास बिहार की नई पहचान बनेगा, जहां विकसित और व्यवस्थित पटना का एक नया चेहरा उभरेगा। यह परियोजना मुख्यमंत्री समग्र शहरी विकास योजना के अनुरूप है, जो पटना सहित पूरे राज्य में सैकड़ों ऐसी पहलों को गति दे रही है।