आज राजधानी पटना में कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की शुरुआत सदाकत आश्रम परिसर में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ हुई। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं और नेताओं ने गगनभेदी नारों के साथ कांग्रेस नेताओं का उत्साहपूर्ण स्वागत किया। बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और बड़ी संख्या में केंद्रीय व राज्य स्तरीय नेता उपस्थित रहे। इस बैठक को पार्टी की आगामी रणनीतियों, संगठनात्मक सुधार और आगामी चुनावी तैयारियों के दृष्टिगत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।कार्यकर्ताओं और पार्टी नेताओं ने बैठक स्थल पर आने से पहले राष्ट्रीय ध्वज और पार्टी झंडों के बीच स्वागत किया। सूत्रों के अनुसार, बैठक में विभिन्न राज्यों से आए प्रतिनिधियों ने संगठनात्मक मुद्दों, पार्टी की वर्तमान स्थिति और आगामी राजनीतिक कदमों पर विस्तार से चर्चा की।राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने संबोधन में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को एकजुट रहने और आगामी चुनावों में पार्टी की मजबूती सुनिश्चित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को हर स्तर पर संगठनात्मक मजबूती बनाए रखनी होगी और जनता के मुद्दों के प्रति संवेदनशील रहना होगा। पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी बैठक को संबोधित किया और कहा कि पार्टी की राजनीतिक रणनीतियों और जनसंपर्क गतिविधियों को और प्रभावी बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे लोगों तक पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों की जानकारी पहुंचाएं और जनता के विश्वास को मजबूत करें। राज्य स्तरीय नेताओं ने बैठक में बिहार की राजनीतिक स्थिति और आगामी चुनावों के लिए रणनीति पर भी चर्चा की। बैठक में चुनावी क्षेत्रों, उम्मीदवार चयन और प्रचार की दिशा पर भी विचार-विमर्श हुआ।कांग्रेस कार्य समिति की यह बैठक पार्टी के संगठनात्मक पुनर्निर्माण और चुनावी रणनीति के लिए अहम मानी जा रही है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि बैठक में लिए गए निर्णय आने वाले महीनों में पार्टी की गतिविधियों और आगामी चुनावों में असर डालेंगे। बैठक में मौजूद कार्यकर्ताओं और नेताओं ने कहा कि गगनभेदी नारों और स्वागत समारोह से स्पष्ट हो गया कि पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह की कोई कमी नहीं है। यह बैठक कांग्रेस की सक्रिय राजनीति और संगठनात्मक मजबूती का संदेश देती है।इस प्रकार, पटना में आज शुरू हुई कांग्रेस कार्य समिति की बैठक न केवल पार्टी के संगठनात्मक मुद्दों पर प्रकाश डालती है, बल्कि आगामी राजनीतिक युद्ध की तैयारी में पार्टी की गंभीरता को भी दर्शाती है।