डेस्क : रतन टाटा के निधन के बाद उनका नाम देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न के लिये प्रस्तावित कर दिया गया है. महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने गुरुवार को यह फैसला लिया है. दरअसल, आज महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक हुई, जिसमें इस बात पर चर्चा हुई कि दिग्गज कारोबारी रतन टाटा का नाम भारत रत्न पुरस्कार के लिए प्रस्तावित किया जाना चाहिये और बाद में यह प्रस्तावित भी किया गया. कैबिनेट बैठक के दौरान रतन टाटा की याद में शोक प्रस्ताव भी पारित किया गया.
रतन टाटा के अंतिम दर्शन के लिए लोगों को दोपहर 3.30 बजे तक आमंत्रित किया गया है. रतन टाटा का शव तिरंगे में लिपटा हुआ है, जिसे नरीमन प्वॉइन्ट के NCPA ग्राउंड पर लाया गया है. उनके योगदान को याद करते हुए, लोगों की बड़ी संख्या वहां इकट्ठा हो रही है.
रतन टाटा को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी, जिसमें कई महत्वपूर्ण व्यक्तियों के शामिल होने की उम्मीद है. रतन टाटा ने भारतीय उद्योग में अद्वितीय योगदान दिया है और उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है.
रतन टाटा का जीवन कई लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत रहा है. उन्होंने न केवल उद्योग में सफलता हासिल की, बल्कि सामाजिक कार्यों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व कौशल ने टाटा समूह को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया.
उनके अंतिम संस्कार के अवसर पर, देशभर से लोग श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आ रहे हैं. यह एक ऐतिहासिक क्षण है, जब भारत एक महान उद्योगपति को खो रहा है, जिसने अपने कार्यों के माध्यम से लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है. रतन टाटा की यादें और उनके द्वारा किए गए कार्य हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे.