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स्ट्रगलिंग पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली के पास नहीं अपने इलाज तक के पैसे, i-phone भी रिपेयरिंग दुकानदार ने रख ली

 भारत के स्टार क्रिकेटर में से एक विनोद कांबली 52 साल की उम्र में iPhone की मरम्मत के लिए ₹15,000 का भुगतान करने में विफल रहने के बाद छह महीने से अधिक समय से मोबाइल फोन के बिना हैं।

दुकानदार ने फोन रख लिया है। इस कारण पूर्व क्रिकेटर अपने जीवन के कठिन दौर में करीबियों से संपर्क नहीं साध पा रहे हैं। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां दुख और बढ़ा देती हैं।

सचिन तेंदुलकर के बचपन के दोस्त विनोद कांबली वर्तमान में ठाणे के आकृति अस्पताल में भर्ती हैं। जहां वह मस्तिष्क में खून के थक्के जमने और मूत्र संक्रमण से उबर रहे हैं। हालांकि, उनकी हालत स्थिर हो गई है, लेकिन डॉक्टरों ने स्मृति हानि (मेमोरी लॉस) के लक्षण देखे हैं। उनके इलाज की देखरेख कर रहे डॉ. द्विवेदी ने कहा, ‘समय और पुनर्वास के साथ उनकी 80-90% याददाश्त वापस आ सकती है।’

गहराता जा रहा वित्तीय संकट

कभी 13 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति वाले क्रिकेट स्टार विनोद कांबली अब बीसीसीआई से मिलने वाली 30,000 रुपये की मासिक पेंशन पर निर्भर हैं। उनकी पत्नी एंड्रिया हेविट ने 18 लाख रुपये के रखरखाव शुल्क का भुगतान न किए जाने को लेकर अपनी हाउसिंग सोसाइटी से उत्पीड़न का खुलासा किया। उन्होंने खुलासा किया, ‘सोसाइटी में उनकी तस्वीर डिफॉल्टर के तौर पर लगाई गई है।’

तन और धन दोनों ही हैं संकट में

विनोद कांबली ने हाल ही में विक्की लालवानी के यूट्यूब चैनल पर अपनी तबीयत के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था, ‘मैं यूरिन (पैशाब) से संबंधित परेशानी का सामना कर रहा था। वह बहता ही रहता था।’

शिवसेना ने कांबली के इलाज के लिए 5 लाख रुपये की मदद की पेशकश की थी। हालांकि, यह राशि शायद ही उनकी समस्याओं को खत्म कर पाये, क्योंकि उनकी स्वास्थ्य और वित्तीय चुनौतियां बहुत ज्यादा हैं। हालांकि, इन चुनौतियों के बावजूद विनोद कांबली ने अस्पताल के वार्ड में डांस करके सकारात्मकता दिखाई, जिससे स्टाफ और मरीजों में खुशी की लहर दौड़ गई। उन्होंने अपने समर्थकों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, ‘मैं आप लोगों के प्यार की वजह से यहां तक ​​पहुंचा हूं।’

विनोद कांबली ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत बहुत शानदार अंदाज में की थी, लेकिन फॉर्म बनाए रखने के लिए संघर्ष किया। बाद में, 1996 के विश्व कप सेमीफाइनल के बाद, उनकी स्थिति कठिन हो गई, उन्हें भारतीय टीम में जगह नहीं मिली और धीरे-धीरे घरेलू टीम से भी बाहर होना पड़ा।

कुछ लोगों का मानना ​​है कि मैदान के बाहर की समस्याओं ने उनके करियर में बाधा डाली। कांबली की कहानी हमें दिखाती है कि उन्हें बकाया भुगतान न करने के कारण अपना फोन खोना, स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। यह दर्शाता है कि कैसे प्रसिद्धि क्षणभंगुर हो सकती है और जीवन अप्रत्याशित हो सकता है।

 

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