पटना : बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC) परीक्षा में धांधली के आरोपों को लेकर जन अधिकार पार्टी (JAP) के अध्यक्ष प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार को चेतावनी दी है. उन्होंने बिहार सरकार के सामने बीपीएससी परीक्षा से जुड़ी पांच महत्वपूर्ण मांगें रखी हैं. उनकी पहली मांग है कि बीपीएससी की पीटी परीक्षा को रद्द कर उसे फिर से आयोजित किया जाए. दूसरी मांग में उन्होंने परीक्षा में हुई अनियमितताओं की न्यायिक जांच की अपील की.
तीसरी मांग में प्रशांत किशोर ने कहा कि पुलिस द्वारा छात्रों पर दर्ज किए गए आपराधिक मुकदमों को वापस लिया जाए और चौथी मांग में लाठीचार्ज करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही, उन्होंने बीपीएससी अभ्यर्थी सोनू यादव की आत्महत्या के मामले में उसके परिवार को दस लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की.
वहीं बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) पीटी पुनर्परीक्षा की मांग कर रहे आंदोलित छात्रों पर पुलिस लाठी चार्ज के विरोध में सोमवार को छात्र संगठनों का मिलाजुला असर देखा गया. आरा, दरभंगा, सीवान, अरवल सहित विभिन्न जिलों में आइसा और इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाईए) के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे. इधर, पटना में जीपीओ गोलंबर से छात्रों – युवाओं ने मार्च निकला, जो डाक बंगला चौराहा तक पहुंचा और फिर चौराहे पर सड़क जाम किया गया.
विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने सड़कों पर उतर कर चक्का जाम भी किया. जिसका मिला जुला असर देखा गया. दरभंगा में संपर्क क्रांति का परिचालन बाधित किया गया तथा रेलवे ट्रैक पर उतरकर प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए और पीटी परीक्षा फिर से आयोजित करने की मांग की.