डेस्क : लेबनान की राजधानी में हिजबुल्ला के सदस्यों के हजारों पेजर में विस्फोट हुआ है। इस धमाके में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 2700 से ज्यादा हिजबुल्ला के सदस्य इस धमाके में घायल हुए हैं। वहीं हिज्बुल्ला ने पेजर विस्फोट के लिए इस्राइल को दोषी ठहराया है। हिजबुल्ला के मुताबिक ये अपने आप में पहली और सबसे बड़ी सुरक्षा चूक है।
ईरान की मेहर न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इस घटना में लेबनान में ईरान के राजदूत मोजतबा अमानी भी घायल हुए हैं। वहीं हिज्बुल्ला के एक सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि यह सबसे बड़ा सुरक्षा उल्लंघन है।
सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, जिन पेजरों में विस्फोट हुआ है, वे लेटेस्ट मॉडल थे, उन्हें हिज्बुल्ला की ओर से लाया गया था। इन धमाकों के बाद बेरूत के दक्षिणी इलाकों में मौजूद तमाम अस्पतालों में अफरा-तफरी का माहौल देखा गया। एक सूत्र के अनुसार बेरूत के दक्षिण लेबनान और पूर्वी बेका घाटी में हिजबुल्ला के गढ़ में सैकड़ों हिजबुल्ला सदस्य अपने पेजर में विस्फोट के कारण घायल हुए हैं।
बता दें कि कुछ महीने पहले ही हिजबुल्ला के नेता हसन नसरुल्ला ने अपने लड़ाकों से स्मार्टफोन इस्तेमाल न करने की अपील की थी, क्योंकि इस्राइल के पास स्मार्टफोन को हैक या उसमें से जानकारी निकालने की तकनीक है। इस वजह से ही हिजबुल्ला ने अपने संचार माध्यम को बेहतर बनाने के लिए स्मार्टफोन की जगह पेजर का सहारा लिया था।
मामले में एक राजनीतिक विश्लेषक एलिजा मैग्नियर ने कहा कि हिजबुल्ला इस्राइल को अपने संचार व्यवस्था को बाधित करने से रोकने के लिए पेजर पर बहुत अधिक निर्भर है और उन्होंने ये भी अनुमान लगाया कि हिजबुल्ला सदस्यों को दिए जाने से पहले पेजर के साथ छेड़छाड़ की गई होगी। एलिजा मैग्नियर ने बताया कि ये कोई नई तकनीक नहीं है। इसका इस्तेमाल पहले भी किया जा चुका है।
फिलहाल इस हमले के बारे में इस्राइली सेना ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार किया है। बता दें कि हमास ने पिछले साल अक्तूबर में इस्राइल पर हमला किया था, जिसके बाद गाजा युद्ध शुरू हो गया था। इसके बाद से ही हिजबुल्ला ने सहयोगी हमास के समर्थन में इस्राइल के खिलाफ हमले किए हैं।