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दिल्ली में दिसंबर की बारिश ने तोड़ा 101 साल का रिकॉर्ड

डेस्क : दिल्ली में दिसंबर के महीने में हुई बारिश ने 101 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. ताजा आंकड़ों के अनुसार, 26 दिसंबर को सफदरजंग में 24 घंटे में 41.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो दिसंबर महीने में एक दिन में अब तक की दूसरी सबसे अधिक बारिश है. इससे पहले 3 दिसंबर 1923 को 75.7 मिमी बारिश का रिकॉर्ड था. यह बारिश न केवल मौसम को प्रभावित करने वाली थी, बल्कि प्रदूषण के स्तर को भी कम करने में मददगार साबित हुई.

बारिश के बाद, दिल्ली का अधिकतम तापमान तेजी से गिरा और 14.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो पिछले पांच सालों में दिसंबर के महीने में सबसे ठंडा दिन था. इससे पहले दिल्ली में 2023 में 15.9 डिग्री सेल्सियस, 2022 में 15.6 डिग्री सेल्सियस, 2021 में 17.8 डिग्री सेल्सियस, 2020 में 15.2 डिग्री सेल्सियस और 2019 में 14.3 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया था. इस गिरावट का मुख्य कारण लगातार हो रही बारिश और ठंडी हवाओं का चलना था.

इस बारिश के कारण दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में प्रदूषण स्तर में काफी सुधार देखा गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 164 तक गिर गया, जो अब ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है. पिछले कई दिनों से दिल्ली का AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी में था और यह 300 के पार जा चुका था. बारिश ने प्रदूषण की मात्रा को कम किया, जिससे दिल्ली का वातावरण साफ हुआ.

दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों जैसे ग्रेटर नोएडा (87), गाजियाबाद (87), नोएडा (116), गुरुग्राम (108), और फरीदाबाद (108) में भी AQI मध्यम श्रेणी में रहा. यह प्रदूषण के स्तर में सुधार को दर्शाता है और यह उन लोगों के लिए राहत का कारण बना है जो हवा में मौजूद प्रदूषकों के कारण स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे थे.

प्रदूषण के स्तर में सुधार को देखते हुए दिल्ली में ग्रैप (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) के स्टेज-3 की पाबंदियां हटा दी गईं. ग्रैप के स्टेज-3 के तहत कई सख्त कदम उठाए गए थे, जैसे बीएस-IV सर्टिफिकेट से नीचे के इंजन वाले माल वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित करना और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में सरकारी दफ्तरों के कामकाजी घंटों में बदलाव करना. अब ग्रैप के स्टेज-1 और स्टेज-2 की पाबंदियां लागू रहेंगी, जो प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त हैं.

मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को दिल्ली में आमतौर पर बादल छाए रहने और रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा, सुबह से दोपहर तक हल्की बारिश हो सकती है, जबकि बाकी दिन आसमान में बादल रहेंगे. मुख्य सतही हवा की गति 4 किमी प्रति घंटे से कम रहने की उम्मीद है. दिल्ली में धुंध और हल्का कोहरा छाए रहने की संभावना है. विशेषकर सुबह के समय, विभिन्न स्थानों पर मध्यम कोहरा रह सकता है.

इसके बाद 29 दिसंबर से न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट की संभावना है, और ठंड और कोहरे का कहर बढ़ने की आशंका है. इससे दिल्ली और एनसीआर के लोगों को ठंड का सामना करना पड़ेगा.

हालांकि दिल्ली में प्रदूषण में सुधार हुआ है, फिर भी एयर क्वालिटी का स्तर लगातार बदलता रहता है. इसलिए, लोगों को प्रदूषण से बचने के लिए जरूरी सावधानी बरतनी चाहिए. यदि AQI ‘मध्यम’ या इससे ऊपर हो, तो खासकर बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा या श्वसन संबंधी रोगों से पीड़ित व्यक्तियों को बाहर जाने से बचना चाहिए. इसके अलावा, घर के अंदर रहकर वायु शोधक (air purifier) का इस्तेमाल करना और हवा में प्रदूषकों को कम करने के उपाय अपनाना बेहद महत्वपूर्ण है.

दिल्ली में हुई इस अप्रत्याशित बारिश ने मौसम में एक बड़ा बदलाव किया और प्रदूषण में राहत दी है. हालांकि, अगले दिनों में ठंड और कोहरे का कहर बढ़ने के संकेत हैं, लेकिन अब तक की बारिश ने शहर में प्रदूषण के स्तर को बहुत हद तक नियंत्रित किया है. मौसम विभाग और पर्यावरण विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर ऐसी बारिश होती रही तो दिल्ली में एयर क्वालिटी और भी बेहतर हो सकती है, लेकिन ठंड और कोहरे के साथ चुनौती जारी रहेगी.

 

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