संविधान दिवस पर दिलाई शपथ
कहा- नशा मुक्ति बेहद जरूरी
दरभंगा : कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी, एनएसएस एवं शिक्षा शास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में संविधान दिवस पर मंगलवार को संगोष्ठी सह शपथग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया। शिक्षा शास्त्र विभाग में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. लक्ष्मी निवास पांडेय ने कहा कि भारतीय संविधान में अधिकार एवं कर्तव्य समाहित है। हमारी प्राथमिकता अधिकारों को धारण करने के साथ-साथ नैतिकता से कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने की होनी चाहिए। तभी सच्चे अर्थों में भारतीय संविधान का उद्देश्य फलीभूत होगा। संविधान हमें सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और अवसर की समानता प्राप्त करने का अधिकार देता है । उन्होंने याद दिलाया कि हमारे वैदिक धर्म में निहित आवश्यक मूल तत्व को ही संविधान में अधिकार और कर्तव्य के रूप में समाहित किया गया है ।
उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकान्त ने बताया कि नशा मुक्ति को जरूरी बताते हुए युवकों को नशापान से दूर रहने की भी कुलपति ने सलाह दी। नशा मुक्ति दिवस पर उन्होंने खासकर युवाओं से कहा कि नशामुक्त होकर वे विरासत को बचाएं एवं विकास की ओर अग्रसर हों। वहीं, कुलसचिव प्रो. ब्रजेशपति त्रिपाठी ने कहा कि प्रथम संविधान सभा में महाराजाधिराज डॉ. सर कामेश्वर सिंह भी सम्मिलित थे। संविधान का उद्देश्य सत्य निष्ठा के साथ समता मूलक समाज की स्थापना तथा जाति एवं धर्म से ऊपर उठकर मानव मूल्यों की स्थापना करना है। इसी से हमारी स्वतंत्रता अक्षुण्ण बनी रहेगी ।
शिक्षा शास्त्र निदेशक डॉ. घनश्याम मिश्र ने स्वागत भाषण दिया तथा विश्वविद्यालय के एनएसएस कार्यक्रम-समन्वयक डॉ. सुधीर कुमार झा ने सभी को शपथ दिलायी। कार्यक्रम में आईक्यूएसी के समन्वयक डॉ. नरोत्तम मिश्र, डॉ. रामानंद मिश्र, पवन सहनी, डॉ. त्रिलोक झा, कुमार, प्रीति रानी, अवन राय गोपाल महतो अमन, श्रीधर आदि के साथ-साथ करीब 150 छात्र उपस्थित थे । कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलाचरण, वाग्देवी सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन शिक्षा शास्त्र के प्राध्यापक डॉ. कुदन कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सुधीर कुमार झा ने किया।