मां श्यामा नामधुन नवाह यज्ञ-2024 की संचालन समिति के संयोजक डॉ. जयशंकर झा की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित
दरभंगा : मां श्यामा मंदिर न्यास समिति के संस्थापक सचिव सह दरभंगा के पूर्व जिलाधिकारी उपेन्द्र शर्मा के आकस्मिक निधन पर नवाह संचालन समिति की ओर से मंदिर परिसर में दरभंगा जिलाधिकारी के प्रतिनिधि एडीएम राकेश रंजन (लॉ एंड ऑर्डर) की अध्यक्षता में शोकसभा का आयोजन किया गया। अपने संबोधन में एडीएम ने कहा कि जो इस धरती पर आया है, वह चाहे राजा हो या रंक, सभी को एक-न-एक दिन जाना ही पड़ता है, परंतु पूर्व डीएम उपेन्द्र शर्मा जैसे व्यक्ति अपने बेहतरीन कार्यों से दूसरों के लिए अविस्मरणीय बन जाते हैं। उन्हें उपेंद्र शर्मा जी के निधन की सूचना मंदिर न्यास समिति की ओर से ही मिली है। न्यास समिति के सदस्य धन्यवाद के पात्र हैं जो संवेदना युक्त होकर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। उन्होंने नवाह आयोजन में भक्तों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अपनी ओर से आवश्यकतानुसार और भी पुलिस बल प्रतिनियोजित करने का संकल्प व्यक्त किया।
वहीं, नवीन कुमार सिन्हा ने एक सप्ताह पूर्व हुई बातों की चर्चा करते हुए कहा कि पिछले कुछ समय से वे बीमार चल रहे थे। स्वर्गीय उपेन्द्र शर्मा 2007 में दरभंगा के डीएम थे, जिनकी कलम से ही श्यामा मंदिर में न्यास समिति बनी और मंदिर की सभी व्यवस्थाओं को सार्वजनिक रूप दिया गया। नवाह समिति के संयोजक डॉ. जयशंकर झा, डॉ. मुकेश कुमार निराला आदि ने भी अपने विचार रखते हुए श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर उनके चित्र पर फूल-माला अर्पित कर श्रद्धांजलि देने वालों में डॉ महानंद ठाकुर, प्रो. रमेश झा, मधुबाला सिंह, डॉ. अंजू अग्रवाल, डॉ. संतोष कुमार पासवान, डॉ. मित्रनाथ झा, डॉ. आरएन चौरसिया, सचिन राम, डॉ. विनोदानंद झा, सुनील कुमार सिंह, सिद्धू मल, उज्ज्वल कुमार, बलवंत कुमार, राजकुमार नायक, अशोक श्रीवास्तव, बासुकीनाथ झा, मन्नू राम, राकेश झा, रमेश कुमार, विपिन कुमार राम, देवेन्द्र महतो, सुनील कनोडिया तथा सुरेन्द्र कुमार महतो शामिल थे।
नवाह यज्ञ आयोजन के पांचवें दिन संचालन समिति-2024 के संयोजक डॉ. जयशंकर झा की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें बताया गया कि पुजारियों, कलाकारों, व्यवस्थापकों के आदि के अतिरिक्त 90 स्वयंसेवक कार्यकर्ता, 11 अतिरिक्त सुरक्षा बल, 50 एनएसएस स्वयंसेवक, छह डस्टबिन, नगर निगम की ओर से दो चलंत शौचालय, जूता-चप्पल रखने की निःशुल्क व्यवस्था, स्वच्छता की व्यवस्था, पार्किंग की फ्री व्यवस्था, प्रसाद वितरण एवं भंडारा तथा पेयजल की बेहतरीन व्यवस्था की गई है। आज भक्तों को आराम से बैठने के लिए दरी के नीचे पुआल की भी विशेष व्यवस्था की गई। वहीं स्थायी पुजारियों, गार्डों एवं कर्मियों आदि की उपस्थिति बायोमेट्रिक विधि से हो रही है, जबकि शौचालय, बिजली तथा जूते-चप्पल रखने की अतिरिक्त व्यवस्था भी की जा रही है।
प्रभारी सहसचिव मधुबाला सिन्हा तथा डॉ. अंजू अग्रवाल ने अगले 5 दिनों तक भक्तों की और ज्यादा संख्या बढ़ने की संभावना को देखते हुए व्यवस्था को और अधिक चुस्त-दुरुस्त करने तथा कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाने पर बल दिया। भक्तों की बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बलों, कार्यकर्ताओं तथा एनएसएस स्वयंसेवकों की कई टीमें बनाई गई हैं। वहीं, सभी स्थायी पुजारियों एवं कर्मियों आदि को गणवेश देने पर भी विचार किया गया।
आज भंडारा आयोजन में आर्थिक सहयोग करने वाले भक्तों को श्यामा चुनरी तथा स्मारिका प्रदान कर सम्मानित किया गया। वहीं, श्यामा मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष प्रो. एसएम झा सहित संस्कृत विश्वविद्यालय के अनेक पदाधिकारियों एवं प्राध्यापकों ने भी मंदिर परिसर पहुंचकर भंडारा में प्रसाद ग्रहण किया।