डेस्क : गाजियाबाद में एक सात साल की बच्ची की मौत, जिसे शुरू में फूड प्वाइजनिंग बताया गया था, वास्तव में उसके पिता द्वारा किए गए बलात्कार और गला घोंटकर हत्या का मामला सामने आया है. होली से एक दिन पहले, परिवार ने पुलिस को बच्ची की मौत की सूचना दी थी और उसकी पड़ोसन को गिरफ्तार कर लिया गया था. आरोप यह था कि बच्ची ने पड़ोसन द्वारा बनाई गई ‘कढ़ी’ खाई थी, जिसके बाद वह बीमार हो गई और उसकी मौत हो गई. लोनी बॉर्डर इलाके की शांति देवी को हिरासत में लेकर बीएनएस की धारा 105 (हत्या न होने वाली आपराधिक मानवहत्या) के तहत चार्जशीट दायर की गई.
पुलिस ने बच्ची के शव का पोस्टमॉर्टम कराने के लिए भेजा ताकि मौत का कारण पता चल सके. क्या यह खाद्य विषाक्तता थी? पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने इस सवाल का जवाब दिया, लेकिन वह जवाब बेहद भयावह था. रिपोर्ट के मुताबिक, सात साल की बच्ची के साथ बलात्कार किया गया था और उसका गला घोंटकर हत्या कर दी गई थी. जांच ने करवट ली और शिकायत ही जांच का केंद्र बन गई.
हां, शांति देवी ने वास्तव में कढ़ी बनाई और भेजी थी, लेकिन अन्य सभी दावे – जैसे कि बच्ची और उसके परिवार के छह सदस्यों को कढ़ी खाने के बाद दस्त लगना और दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में इलाज के दौरान बच्ची की मौत होना – नकली पाए गए