डेस्क : असम कांग्रेस के प्रवक्ता रीतम सिंह को असमिया दलित महिला को निशाना बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले उन्हें गृह मंत्री अमित शाह के बारे में फर्जी खबर फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जब पुलिस उन्हें लेने आई तो उन्होंने कई घंटों तक दरवाजा खोलने से इनकार कर दिया। आखिरकार एक कांग्रेस सांसद ने उन्हें दरवाजा खोलने के लिए मजबूर किया।
लखीमपुर जिला पुलिस की टीम ने रीतम सिंह को गुवाहाटी स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया। इस गुवाहाटी पुलिस ने लखीमपुर की टीम की मदद की। लखीमपुर के पुलिस अधीक्षक मिहिरजीत गयान ने बताया कि दो दिन पहले ‘एक्स’ पर एक पोस्ट को लेकर भाजपा विधायक मानव डेका की पत्नी की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा, ‘हमने उन्हें संबंधित कानूनी धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है। उन्हें अब लखीमपुर लाया जा रहा है।’
रीतम सिंह ने 13 मार्च सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने 2021 में धेमाजी जिले में एक दुष्कर्म मामले में कोर्ट की ओर से दोषी ठहराए गए तीन व्यक्तियों की खबर साझा की। इसके साथ उन्होंने पूछा, इन अपराधियों को उनकी सजा मिली। लेकिन दुष्कर्म के आरोपी असम भाजपा के विधायक मानव डेका, पूर्व पार्टी अध्यक्ष भावेश कलिता और पूर्व मंत्री राजने गोहेन का क्या हुआ? क्या कानून सबके लिए समान है? कलिता इस साल जनवरी तक असम भाजपा के अध्यक्ष था। अभी कलिता और डेका विधायक हैं, जबकि गोहेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान रेल राज्य मंत्री थे।