गायन, नृत्य, क्विज आदि प्रतियोगिताओं के आयोजन के साथ ही रंग-गुलाल का हुआ खूब प्रयोग
समारोह में डॉ. शीला, डॉ. खेतान, विनोद, डॉ. लता, डॉ. जगत, डॉ. गुप्ता, राघवेन्द्र, ललित, मनोरंजन तथा मनोज आदि ने रखे विचार
दरभंगा : यूनेस्को क्लब ऑफ दरभंगा तथा उत्तरी बिहार उद्यान समिति के संयुक्त तत्वावधान में ‘होली मिलन समारोह- 2025’ का आयोजन दरभंगा के रेडियो स्टेशन रोड स्थित महाराजा होटल में किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में डीएमसीएच की अधीक्षक एवं यूनेस्को क्लब की सदस्या डॉ. शीला साहू ने होली की बधाई देते हुए कहा कि यह आपसी प्रेम, उल्लास, समानता एवं सौहार्द का प्रतीक है जो हमें अनेक सकारात्मक संदेश देती है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि 1976 में वह डीएमसीएच की मेडिकल छात्रा थीं और अब उनलोगों की शुभकामना से अधीक्षक के रूप में जनसेवा में लगी हैं। उनके लिए कर्म ही पूजा है तथा वहां के मरीज ही उनकी पहली प्राथमिकता हैं। डॉ. शीला साहू को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सदस्यों ने मोमेंटो, शॉल एवं गमला भेंटकर सम्मानित किया।
यूनेस्को क्लब ऑफ दरभंगा के अध्यक्ष विनोद कुमार पंसारी ने सर्वप्रथम आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि होली जाति- धर्म, वर्ग, उम्र, अमीर-गरीब एवं आपसी वैमनस्य को भुलाकर भाईचारा का संदेश देती है तथा यह जीवन को खुशहाल बनाने की सीख देती है, जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण है आज क्लब द्वारा आयोजित होली मिलन समारोह।
उत्तरी बिहार उद्यान समिति की अध्यक्ष डॉ. लता खेतान ने कहा कि होली का रंग एक नई ऊर्जा और उमंग को सूचित करती है। यह हमारी संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें लोकगीत, लोकनृत्य तथा स्थानीय व्यंजनों का महत्वपूर्ण स्थान होता है।
आयोजक संस्थाओं के प्रधान सचिव राघवेन्द्र कुमार ने कहा कि होली भारत का एक महत्वपूर्ण एवं लोकप्रिय त्यौहार है, जिसका धार्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक महत्व है। इससे संदेश मिलता है कि भक्ति और सच्चाई के आगे अहंकार और न्याय का अंत निश्चित ही होता है।
प्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. आरबी खेतान ने कहा कि होली बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इसके विविध रंग मानव जीवन की विविधता एवं सुंदरता का बोध कराते हैं। सुविख्यात कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एके गुप्ता ने होली की शुभकामना देते हुए कहा कि यह त्यौहार प्रेम एवं स्नेह का द्योतक है जो आपसी भेद-भाव मिटाकर मानव को एक-दूसरे के करीब लाता है। यह सामाजिक एकता और भाईचारे को भी दर्शाता है।
क्लब के वरिष्ठ सदस्य डॉ. जगत नारायण नायक ने होली तथा राधा-कृष्ण प्रेम पर आधारित कविता-पाठ करते हुए बताया कि उनका काव्य-ग्रन्थ शीघ्र ही प्रकाशित होगा। वहीं, मनोरंजन अग्रवाल ने होली आधारित विविध मनमोहक गीत प्रस्तुत किए।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए क्लब के कोषाध्यक्ष ललित कुमार खेतान ने कहा कि होली का एक पहलू जहां विष्णुभक्त प्रहलाद तथा राक्षसराज हिरण्यकश्यप एवं होलिका से है तो वहीं इसका दूसरा संबंध श्रीकृष्ण एवं राधा के शाश्वत प्रेम से भी है।
उत्तरी बिहार उद्यान समिति के मनोज कुमार डोकानिया ने उद्घाटन सत्र एवं सांस्कृतिक सत्र का संचालन करते हुए कहा कि हमारे जीवन में विविधता, प्रसन्नता तथा खुशियां बहुत जरूरी हैं, जिसका अच्छा स्रोत होली जैसे पर्व-त्योहार हैं। इस अवसर पर उन्होंने झूठ बोलने की प्रतियोगिता, दंपतियों को गोल चक्कर लगाना तथा क्विज आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया, जिनमें सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
समारोह का प्रारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन तथा राष्ट्रगान से हुआ। इस अवसर पर सदस्यों ने एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर होली की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं, जबकि होली के विविध गानों पर दंपतियों ने नृत्यों में सक्रिय भागीदारी की।
कार्यक्रम में 80 से अधिक व्यक्तियों ने भाग लेकर होली के पारंपरिक व्यंजनों का लुफ्त भी उठाया। कार्यक्रम में विनोद कुमार सिंह, डॉ. आरएन चौरसिया, डॉ. बीबी शाही, डॉ. राजेश द्विवेदी, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. सलीम, डॉ. आरएनपी सिन्हा, डॉ. ओम प्रकाश, डॉ. गीतेन्द्र ठाकुर, डॉ. प्रवीर सिन्हा, राजकुमार मारीवाल, सिद्धू मल, रामबाबू शाह, अमरनाथ शाह, अभय कुमार कश्यप, प्रो. मधु रंजन प्रसाद, सीएम कुमार संजय, रतन खेरिया, अमन पाठक, अभिषेक बूबना, नीरज खेड़िया, राजेश वोहरा, अजय कुमार पासवान, राजकुमार पासवान, अरुण सर्राफ, अविनाश आनंद आदि ने सपरिवार उपस्थित होकर मिलन समारोह का जमकर लुत्फ उठाया।