डेस्क : छत्तीसगढ़ के कथित शराब घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक्शन लिया है. ED ने शराब घोटाले से जुड़े मामले में चैतन्य के 15 ठिकानों पर छापेमारी की है. फिलहाल, छापेमारी जारी है.
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में राज्य सरकार के अधिकारियों और व्यापारियों सहित कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी हैं. सूत्रों के अनुसार, यदि जांच के दौरान चैतन्य के खिलाफ कोई ठोस सबूत मिलते हैं, तो उनके खिलाफ भी ED कार्रवाई कर सकती है. यानी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को भी गिरफ्तार कर सकती हैं. क्योंकि उनका नाम इस मामले की जांच के दौरान सामने आया है.
इससे पहले जनवरी महीने में छत्तीसगढ़ में 2,000 करोड़ रुपये से अधिक के के कथित शराब घोटाले में पूर्व आबकारी मंत्री और कांग्रेस नेता कवासी लखमा को ED ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच में जो अब तक सामने आया है, उसके अनुसार 2019 से 2022 के बीच एक अवैध सिंडिकेट ने 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले को अंजाम दिया था. प्रवर्तन निदेशालय के रिमांड नोट के अनुसार, शराब घोटाले को A, B, C पार्ट में बांटा गया है.