डेस्क : अमेरिका में टेस्ला और उसके मालिक एलन मस्क के खिलाफ विरोध तेजी से बढ़ता जा रहा है. बीते हफ्ते देश के कई हिस्सों में टेस्ला डीलरशिप और चार्जिंग स्टेशनों को निशाना बनाया गया. deccanherald.com की रिपोर्ट के मुताबिक, बोस्टन में टेस्ला के कई चार्जिंग स्टेशनों में आग लगा दी गई. ओरेगॉन के एक टेस्ला डीलरशिप पर गोलीबारी हुई.
वहीं, न्यूयॉर्क के लोअर मैनहट्टन में शनिवार को टेस्ला शोरूम के बाहर प्रदर्शन हुआ, जिसमें कई लोगों को गिरफ्तार किया गया.
यह विरोध तब बढ़ा जब एलन मस्क को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार में एक वरिष्ठ सलाहकार बनाया गया.ट्रंप के सत्ता में आने के बाद उन्होंने सरकारी खर्चों में कटौती की योजना बनाई, जिससे कई विभागों पर असर पड़ा. मस्क ने इस योजना का समर्थन किया, जिसे उन्होंने “डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी” नाम दिया. इसके बाद मस्क के खिलाफ जनता का गुस्सा भड़क गया.
बीते शनिवार को न्यूयॉर्क के वेस्ट विलेज इलाके में टेस्ला शोरूम के बाहर प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए. कुछ लोगों ने शोरूम के अंदर घुसने की कोशिश की, जिससे पुलिस ने छह प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. इससे पहले गुरुवार को ओरेगॉन के टाइगार्ड में एक टेस्ला डीलरशिप पर सात गोलियां चलाई गईं. इस घटना में तीन गाड़ियां और एक शोरूम की खिड़कियां क्षतिग्रस्त हो गईं.
वहीं, सोमवार को बोस्टन के पास एक शॉपिंग सेंटर में टेस्ला के सात चार्जिंग स्टेशनों को आग के हवाले कर दिया गया. पुलिस ने इसे जानबूझकर किया गया हमला बताया है.
टेस्ला के खिलाफ गुस्सा सिर्फ अमेरिका तक सीमित नहीं रहा. जर्मनी के बर्लिन में टेस्ला फैक्ट्री के निर्माण स्थल पर कई जगह आग लगाई गई, जिसे पुलिस ने साजिशन किया गया हमला बताया. फ्रांस के टूलूज शहर में भी दर्जनों टेस्ला कारों को आग के हवाले कर दिया गया.
टेस्ला ने अभी तक इन घटनाओं पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. हालांकि, एलन मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, “दूसरों की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना फ्री स्पीच नहीं है!”
अमेरिका में मस्क और टेस्ला के खिलाफ बढ़ता विरोध क्या कोई बड़ी मुहिम का हिस्सा है, या ये सिर्फ जनता की नाराजगी है? यह देखने वाली बात होगी.