डेस्क : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रिहाई की मांग के लिए 46 अमेरिकी सांसदों ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को पत्र लिखा है. यह पत्र रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दोनों दलों के सांसदों ने मिलकर लिखा है. पत्र में सांसदों ने पाकिस्तान में बढ़ते मानवाधिकार उल्लंघन और नागरिक स्वतंत्रताओं के हनन पर चिंता जताई है।.उन्होंने कहा कि फरवरी 2024 के चुनावों में व्यापक अनियमितताएं और सरकारी दमन हुआ, जिसमें इमरान खान की पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI), को मुख्य रूप से निशाना बनाया गया.
सांसदों ने यह भी कहा कि इमरान खान की गिरफ्तारी, जो अगस्त 2023 से कई मामलों में जेल में हैं, राजनीतिक द्वेष का परिणाम है. उन्होंने बताया कि PTI के कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी एक साल से अधिक समय से हिरासत में रखा गया है.
पत्र में पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर लगाए गए प्रतिबंधों और इंटरनेट स्पीड को धीमा करने के सरकारी प्रयासों पर भी सवाल उठाए गए हैं. इसके अलावा, अमेरिकी सांसदों ने पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम की भूमिका पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि वे पाकिस्तानी-अमेरिकी समुदाय की चिंताओं को पर्याप्त रूप से संबोधित करने में विफल रहे हैं. पाकिस्तानी विपक्षी दलों ने इस कदम की आलोचना की है.
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) की नेता शिरीन रहमान ने इसे पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप बताया. उन्होंने कहा कि PTI बार-बार विदेशी समर्थन लेने की कोशिश कर रही है, जो अंतरराष्ट्रीय मानकों के खिलाफ है. इस बीच, पाकिस्तान सरकार ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि अमेरिकी सांसदों का यह कदम पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति को पूरी तरह समझे बिना उठाया गया है.