बनारस : आईएमएस बीएचयू में आयुर्वेद संकाय की छात्रा ने ऐसी क्रीम बनाई है, जिसे लगाने से झाइयां दूर हो जाएंगी। रसशास्त्र विभाग की ओपीडी में आने वाले शुरुआती 100 मरीजों का निशुल्क उपचार किया जाएगा।
एमडी की छात्रा डॉ. वैशाली गुप्ता रसशास्त्र विभाग के प्रो. आनंद चौधरी के मार्गदर्शन में शोध कर रही हैं। डॉ वैशाली ने ही महिलाओं और पुरुषों में होने वाली झाईं के उपचार के लिए आयुर्वेदिक क्रीम तैयार की है। इसे मंजिष्ठा, हरिद्रा, लोध्र जैसे प्राकृतिक घटकों से तैयार किया गया।
शोध छात्रा ने बताया कि पहले चरण का शोध पूरा हो चुका है। शोध पूरी तरह से आयुर्वेदिक घटकों और सिद्धांतों पर आधारित है। इसमें कोई भी ऐसा रासायनिक तत्व नहीं है, जिससे त्वचा को नुकसान पहुंच सके। यह क्रीम हर मंगलवार को सर सुंदर लाल अस्पताल के आयुर्वेद संकाय की रसशास्त्र विभाग की ओपीडी 11बी से प्राप्त की जा सकती है।
ओपीडी में आने वाले 15 से 45 साल के लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद क्रीम निशुल्क दी जाएगी। झाईं को चिकित्सकीय भाषा में हाइपरपिग्मेंटेशन कहते हैं। इसमें त्वचा पर मेलानिन नाम का पिग्मेंट ज्यादा बनने लगता है। इससे त्वचा पर उसके सामान्य रंग से गहरे या भूरे रंग के धब्बे दिखने लगते हैं।