डेस्क : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में हुई तीखी बहस के बाद यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि यूक्रेन वैश्विक समर्थन से वंचित हो सकता है. हालांकि, कई देशों ने यूक्रेन के प्रति अपना समर्थन दोहराया है. इनमें फ्रांस, जर्मनी, पोलैंड, चेक रिपब्लिक, नीदरलैंड्स और स्पेन जैसे प्रमुख देश शामिल हैं.
जर्मनी के संभावित अगले चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जेलेंस्की को समर्थन देने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि हमें इस युद्ध में हमलावर और पीड़ित के बीच भेद करना नहीं भूलना चाहिए.
जर्मनी के वर्तमान चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने भी स्पष्ट किया कि यूक्रेन, जर्मनी और यूरोप पर भरोसा कर सकता है. वहीं, जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने कहा कि कीव की “शांति और सुरक्षा की तलाश हमारी प्राथमिकता है.”
अमेरिका में ट्रंप और जेलेंस्की की बहस के बाद पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने स्पष्ट किया कि यूक्रेन अकेला नहीं है. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से जेलेंस्की को संदेश दिया, “प्रिय जेलेंस्की, प्रिय यूक्रेनी दोस्तों, आप अकेले नहीं हैं.”
चेक रिपब्लिक ने भी यूक्रेन के प्रति समर्थन जताते हुए अपने एक्स अकाउंट से बिना कोई संदेश दिए केवल यूक्रेन का झंडा पोस्ट किया. इसके अलावा, विदेश मंत्रालय ने कहा, “राष्ट्रपति जेलेंस्की लोकतांत्रिक रूप से चुने गए नेता हैं और उन्हें अपने देशवासियों का पूरा समर्थन प्राप्त है.”
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने स्पष्ट किया कि रूस हमलावर है और यूक्रेन उसके आक्रामक रवैये का शिकार है. उन्होंने कहा, “हमें उन लोगों का सम्मान करना चाहिए जो शुरू से ही संघर्ष कर रहे हैं.”
नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री डिक शूफ ने कहा कि यूक्रेन के प्रति उनका समर्थन बरकरार है. उन्होंने एक्स पर लिखा, “हम स्थायी शांति चाहते हैं और रूस द्वारा शुरू किए गए इस आक्रामक युद्ध का अंत चाहते हैं.”
स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने भी यूक्रेन को समर्थन देने की बात दोहराई. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, “यूक्रेन, स्पेन आपके साथ खड़ा है.” इसके अलावा, सांचेज ने कीव की यात्रा के दौरान एक अरब यूरो की आर्थिक सहायता का वादा भी किया.
अमेरिका में ट्रंप के साथ हुई तीखी बहस के बावजूद यूक्रेन को अंतरराष्ट्रीय समर्थन में कोई कमी नहीं आई है. फ्रांस, जर्मनी, पोलैंड, चेक रिपब्लिक, नीदरलैंड्स और स्पेन जैसे देशों ने स्पष्ट रूप से यूक्रेन के साथ खड़े रहने की प्रतिबद्धता जताई है. यह वैश्विक समर्थन रूस के खिलाफ यूक्रेन की स्थिति को और मजबूत करता है.