दरभंगा : दरभंगा नगर निगम के महापौर कक्ष में बीते 20 फरवरी को नगर निगम के समस्त पार्षद एवं पार्षद प्रतिनिधियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। जिसमें वार्ड 13 पार्षद राजीव कुमार, वार्ड 20 पार्षद प्रतिनिधि डॉ जमाल हसन,वार्ड 37 पार्षद रियासत अली,वार्ड 48 सुभाष कुमार सौरभ,वार्ड 34 पार्षद प्रतिनिधि विकाश चौधरी, वार्ड 17 पार्षद विकास कुमार,वार्ड 11 पार्षद सोनी पूर्वे,वार्ड 12 पार्षद मुकेश महासेठ,वार्ड 23 पार्षद प्रतिनिधि लक्ष्मण चौधरी,वार्ड 35 पार्षद प्रतिनिधि संतोष ठाकुर,वार्ड 8 पार्षद प्रतिनिधि मिथिलेश कुमार राय,वार्ड 9 पार्षद राकेश पासवान,वार्ड 22 पार्षद रिंकू कुमारी,वार्ड 28 पार्षद प्रतिनिधि अमरजीत कुमार,वार्ड 40 पार्षद प्रतिनिधि अविनाश सहनी,वार्ड 4 पार्षद श्याम शर्मा,वार्ड 19 पार्षद रवि रोहन, वार्ड 14 पार्षद प्रतिनिधि गजेन्द्र मंडल सहित कई पार्षद मौजूद थे।
यह बैठक महापौर अंजुम आरा द्वारा बुलाई गई थी, जिसमें नगर निगम की विभिन्न समस्याओं और पार्षदों की मांगों पर गंभीर चर्चा की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य 21 फरवरी को प्रस्तावित नगर निगम की तालाबंदी को लेकर समाधान निकालना था।
बताते चलें कि पिछले कुछ समय से दरभंगा नगर निगम के कार्यों को लेकर पार्षदों में असंतोष था। पार्षद राजीव कुमार का आरोप था कि नगर निगम में कई विभागीय अनियमितताएँ चल रही हैं, जिनमें कर्मचारियों की बहाली, वित्तीय आय-व्यय की पारदर्शिता, विभागीय टेंडर की प्रक्रिया जैसी प्रमुख समस्याएँ शामिल हैं। इन मुद्दों को लेकर पार्षदों ने 21 फरवरी को नगर निगम कार्यालय की तालाबंदी करने की चेतावनी दी थी।
पार्षद प्रतिनिधि डॉ जमाल हसन ने कहा कि महापौर अंजुम आरा ने पार्षदों की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना और बैठक को सम्मानजनक एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न किया।
डॉ जमाल हसन ने कहा कि बैठक के दौरान निम्नलिखित मुद्दों पर चर्चा हुई, आय-व्यय की जानकारी: पार्षदों ने मांग की कि नगर निगम के वित्तीय लेन-देन की जानकारी पारदर्शी हो और सभी पार्षदों को इसकी नियमित रिपोर्ट दी जाए।
कर्मचारियों की बहाली: नगर निगम में हुई बहालियों की पूरी सूची और प्रक्रिया की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की गई।
विभागीय टेंडर प्रक्रिया: नगर निगम में जारी टेंडरों की पारदर्शिता को लेकर सवाल उठाए गए और पार्षदों ने इनकी पूरी जानकारी देने की मांग की।
पार्षद प्रतिनिधि अविनाश सहनी ने कहा कि महापौर अंजुम आरा ने पार्षदों की सभी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि एक महीने के भीतर इन समस्याओं का समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नगर निगम में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे और सभी पार्षदों को वित्तीय एवं प्रशासनिक मामलों की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
महापौर अंजुम आरा ने पार्षदों से अपील की कि वे किसी भी समस्या को लेकर सीधे उनसे संपर्क करें और संवाद के माध्यम से समाधान निकालने में सहयोग दें। उनके इस आश्वासन एवं सकारात्मक रवैये को देखते हुए पार्षदों ने 21 फरवरी को होने वाली तालाबंदी को फिलहाल स्थगित करने का निर्णय लिया।