सर्व वर्ग के हिमायती थे सन्त रविदास : कुलपति प्रो. लक्ष्मीनिवास पांडेय
दरभंगा। संत रविदास जयंती पर आयोजित संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. लक्ष्मीनिवास पांडेय ने कहा कि समाज के प्रत्येक मनुष्य की कुशलता और गुणों को लेकर समाज का विकास हो तथा इस विकास में सभी की भागीदारी बराबरी की रहे । उन्होंने बताया कि समाज के बौद्धिक लोगों की जिम्मेदारी है कि वह अपने आसपास के वातावरण को प्रबुद्ध बनाएं, ताकि देश के विकास में प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी हो। उन्होंने कहा कि सन्त रविदास को सर्व वर्ग समभाव के सबसे बड़े हिमायती थे। समाज में फैली कुरीतियों को खत्म करने में उनका अविस्मरणीय योगदान रहा है। कुलपति ने यह भी कहा कि वर्तमान में भी प्रधानमंत्री मोदी जी सामाजिक समरसता स्थापित करते हुए सबका साथ -सबका विकास की परिकल्पना साकार कर रहे हैं। उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकान्त ने बताया कि इस संगोष्ठी में प्रसिद्ध संस्कृत विद्वानों की गौरवमय उपस्थिति रही । इस अवसर पर डॉ. लक्ष्मीनाथ झा, प्रो.कमलेश झा, प्रो. राजेश्वर दुबे, डॉ. उमेश कुमार झा, बीएचयू के डॉ. प्रियव्रत मिश्र, डॉ. अनिल कुमार झा एवं डॉ. रविंद्र मिश्र आदि ने संत रविदास के कृतित्व व व्यक्तित्व पर विचार रखते हुए उनका स्मरण किया। गोष्ठी में सभी विभागध्यक्ष, प्राचार्य एवं सहायक प्राचार्य उपस्थित थे।