डेस्क : राम मंदिर के राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास नहीं रहे. आज लखनऊ स्थित संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SGPGI) में इलाज के दौरान निधन हो गया. वह 83 वर्ष के थे और पिछले कुछ दिनों से गंभीर रूप से बीमार चल रहे थे. उनके निधन की खबर मिलने के बाद राम मंदिर के अनुयायियों और हिन्दू धर्मावलंबियों में शोक की लहर दौड़ गई है.
आचार्य सत्येंद्र दास ने श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वह इस आंदोलन के प्रमुख धार्मिक नेता रहे थे और उन्हें राम मंदिर के निर्माण के लिए समर्पित कार्य करने वाले प्रमुख व्यक्तित्व के रूप में जाना जाता था.उनके मार्गदर्शन में राम मंदिर का कार्य तीव्र गति से चल रहा था. वह भगवान राम के भक्त और उनके मंदिर के निर्माण के लिए समर्पित थे.
आचार्य सत्येंद्र दास के निधन की खबर से पूरी राम जन्मभूमि के क्षेत्र में शोक का माहौल है। विभिन्न धार्मिक और राजनीतिक नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया और उनके कार्यों को सराहा। राम मंदिर के पुजारी के रूप में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा.