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सीमा के बाद हयात ने भी पार किया पाकिस्तान का बॉर्डर, बोली- ‘अब भारत में ही है रहना’

डेस्क : पहले पाकिस्तान से भारत आई सीमा हैदर और फिर भारत की अंजू का पाकिस्तान चले जाना खूब चर्चा में है. इस बीच, यूपी के मुरादाबाद से ऐसी ही घटना सामने आई है. दरअसल, पाकिस्तान के कराची की रहने वाली 17 वर्षीय हयात मुरादाबाद पहुंची है. मिली जानकारी के अनुसार, हयात एक सप्ताह पहले कराची से नई दिल्ली अपनी दोस्त से मिलने आई थी. लेकिन पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उसका सामान चोरी हो गया. फ्रेंड का एड्रेस नहीं पता होने से और सभी डॉक्यूमेंट, फोन चोरी होने से हयात भटकते हुए देहरादून पहुंच गई. यहां पहुंचने के बाद रेलवे स्टेशन पर हयात की मुलाकात मुरादाबाद के रहने वाले निखिल से हुई जो उसे अपने साथ ले मुरादाबाद ले आए. निखिल ने हयात को मुरादाबाद में चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया है. पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट को भी मामले की जानकारी दी गई है. निखिल अब इस मामले को पाक उच्चायोग तक पहुंचाने की कोशिशों में जुटे हैं, ताकि हयात अपने घर सकुशल वापस लौट सके.

पाकिस्तान से भारत आई हयात ने मीडिया से बातचीच में कहा, मैं पाकिस्तान के कराची के कलीमाबाद इलाके की रहने वाली हूं. इसी साल मैंने 12वीं पास की है, दिल्ली में मेरी एक फ्रेंड आयशा है. वो पहले पाकिस्तान में ही रहती थी, मैं उससे मिलने के लिए ही इंडिया आई थी. हयात ने बताया कि वो 8 दिन पहले भारत आई थी. इससे पहले कि वह आयशा से मिलती, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उसका सामान चोरी हो गया. हयात के बैग में पासपोर्ट और दूसरे दस्तावेज के साथ-साथ आयशा का पता भी था. पता खो जाने की वजह से वह अपनी दोस्त से बात नहीं कर सकी.

हयात ने कहा, मुझे लौटकर पाकिस्तान नहीं जाना, इंडिया में ही रहना है. उसने आगे बताया कि उसके पापा का नाम मोहम्मद हारून और मां का नाम शीबा है. वह चार भाई बहन हैं, हयात की एक बड़ी बहन है और दो छोटे भाई हैं. हयात ने बताया कि वह इंडिया में ही रहने के लिए आई हैं, उसकी फ्रेंड आयशा भी यहीं रहती है.

वहीं, हयात को मुरादाबाद लेकर आए निखिल ने कहा, “मैं एक सोशल वर्कर हूं, शिमला में साईं इंटरनल फाउंडेशन में मैनेजर हूं. रविवार को रात करीब 11 बजे मैं देहरादून रेलवे स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहा था. तभी मेरी नजर स्टेशन पर अकेले गुमसुम बैठी एक लड़की पर पड़ी. मैंने लड़की के किसी प्रॉब्लम में होने की आशंका में उससे बात की. उसने मुझे बताया कि वो पाकिस्तान की रहने वाली है.”

निखिल ने आगे बताया, “लड़की ने मुझे जब बताया कि वो पाकिस्तान की रहने वाली है तो मैंने उससे डॉक्यूमेंट दिखाने को कहा. इस पर उसने कहा कि पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उसका बैग चोरी हो गया, जिसमें उसके पैसे और पेपर्स थे.” निखिल ने कहा, लड़की ने मुझसे कहा था कि उसके पास एक भी रुपया नहीं है. उसने डॉक्यूमेंट खोने का हवाला देकर मेरी मदद मांगी थी. मैंने पहले उसे खाना खिलाया फिर उसे मदद का आश्वासन दिया.

निखिल ने बताया कि हयात को किसी ने गलत सूचना दे दी थी कि उसे देहरादून से सीधे मुंबई की ट्रेन मिल जाएगी. वो देहरादून स्टेशन पर मुंबई के लिए ट्रेन के इंतजार में बैठी थी. उसने कहा था कि मुंबई में उसके कोई परिचित हैं, वो वहां चली जाएगी.

निखिल ने कहा, मैंने हयात की मदद करने की कोशिश की, उसे अपने साथ मुरादाबाद ले आया. सोचा था पाकिस्तान एंबेसी में संपर्क करके बच्ची को सही सलामत उसके परिवार तक पहुंचा दूंगा. मेरी कोशिश थी कि बच्ची सेफ रहे और गलत जगह न पहुंच जाए. मैंने रात में घर लाकर बच्ची को अपनी बहन के घर सुला दिया. पूरी रात सफर की वजह से वो दिन में देर तक सोती रही. उसके जागने पर खाना खिलाया और फिर चाइल्ड लाइन लेकर आ गया. अब पुलिस मुझसे ही उल्टे सीधे सवाल करके मुझे ही कठघरे में खड़ा कर रही है. जबकि मेरी कोशिश सिर्फ बच्ची की मदद करने की रही है.

पुलिस हयात की हकीकत पता करने में जुटी है. इस बीच, पुलिस ने मेरठ के एक परिवार से भी संपर्क किया है, जिसकी 17 साल की बेटी घर से लापता है. इस लड़की का नाम बुशरा बताया जा रहा है. शुरुआती छानबीन में पता चला है कि ये लड़की मानसिक रूप से कमजोर है. पुलिस ये भी अनुमान लगा रही है कि खुद को पाकिस्तानी बताने वाली हयात मेरठ की बुशरा भी हो सकती है.